लखनऊः उत्तर प्रदेश में रविवार की साप्ताहिक बंदी समाप्त कर दी गई है. पूर्व निर्धारित व्यवस्था के अनुसार अब बाजारों की बंदी होगी. यानी कि कोरोना से पहले सप्ताह में जिस दिन जो बाजार बंद रहती थी, अब उसी दिन बंद रहेगी और उसी के अनुरूप खुलेंगी. वहीं उत्तर प्रदेश में कोरोना से मौत के मामले चार हजार के पार हो गए हैं.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की और कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के निर्देश दिए हैं. कोरोना प्रोटोकॉल के साथ ही औद्योगिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
कंटेनमेंट जोन में और मजबूती से कार्य करने के निर्देश दिए हैं, ताकि वहां और संक्रमण न फैलने पाए. प्रत्येक रविवार को प्रदेश व्यापी बाजारों की साप्ताहिक बंदी समाप्त की जाती है. अब पूर्व निर्धारित व्यवस्था के तहत ही बाजारों की साप्ताहिक बंदी रहेगी. कंटेनमेंट जोन छोड़कर बाकी प्रदेश में सभी स्थानों पर होटल, रेस्टोरेंट का संचालन भी किया जाएगा. इस दौरान विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है. सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश है कि इस गतिविधि में संक्रमण से सुरक्षा के सभी मानकों का पालन किया जाए.
राज्य में कोरोना के 63256 एक्टिव केस
उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में 63 हजार 256 कोरोना के एक्टिव केस हैं. इनमें से 33 हजार 386 लोग इस समय होम आइसोलेशन में हैं. वे लोग घर पर रहकर ही स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं. अब तक एक लाख 31 हजार 977 लोग होम आइसोलेशन में गए हैं. उनमें से 98 हजार 591 लोगों ने होम आइसोलेशन का समय पूरा कर लिया है. लक्षणविहीन लोगों को ही आइसोलेशन में भेजा जाता है. निजी अस्पतालों में 3105 लोग भर्ती होकर भुगतान के आधार पर इलाज करवा रहे हैं. सेमी पेड व्यवस्था में 234 लोगों का इलाज किया जा रहा है.
यूपी में कोरोना से मरने वालों की संख्या चार हजार के पार
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल दो लाख 78 हजार 473 मामले सामने आ चुके हैं. पिछले 24 घंटे में एक लाख 43 हजार 184 सैम्पल की जांच हुई है. यूपी में अब तक 67 लाख 73 हजार 289 सैम्पल की जांच की गई है. वहीं यूपी में कोरोना संक्रमितों की मौत की संख्या चार हजार के पार पहुंच गई है. राज्य में अबतक 4046 लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई है.
होम आइसोलेशन में रहने वाले पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर साथ रखें
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि होम आइसोलेशन के दौरान यदि थोड़े भी लक्षण दिखाई पड़ते हैं. सांस लेने में कोई दिक्कत आती है तो तत्काल चिकित्सीय परामर्श लिया जाए. ऑक्सीजन सबसे महत्वपूर्ण है. शरीर मे ऑक्सीजन मापने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर बहुत छोटा उपकरण है. इसकी सहायता से कोई भी अपने शरीर के अंदर ऑक्सीजन का स्तर माप सकता है. होम आइसोलेशन में रहने वालों के लिए पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर रखना अनिवार्य है, ताकि वह समय-समय पर अपना बुखार और बॉडी में ऑक्सीजन का स्तर माप सकें.
शरीर में 95 प्रतिशत से कम ऑक्सीजन होने पर अस्पताल जाना चाहिए. प्रदेश में एक लाख 51 हजार कोविड बेड की व्यवस्था की गई है. क्रिटिकल केयर के बेड भी बढ़ाये जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अगले माह में एक बार फिर संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा.