लखनऊ: शूटर दादी के नाम से मशहूर शूटर चंद्रो तोमर (shooter dadi chandro tomar) को लेकर योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. योगी सरकार ने नोएडा स्थित शूटिंग रेंज (noida shooting rang) का नाम बदलकर अब चंद्रो तोमर के नाम पर रखे जाने का ऐलान किया है. सीएम योगी ने मंगलवार को इस संबध में निर्देश दिया. नोएडा स्थित शूटिंग रेंज अब चंद्रो तोमर के नाम से जाना जाएगा.
चंद्रो तोमर शूटिंग में तमाम पदक जीते थे. उन्हें शूटर दादी के नाम से भी जाना जाता है. बता दें मेरठ के आनंद अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. 30 अप्रैल को दोपहर लगभग 3 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली थी.
बन चुकी है फिल्म
शूटर दादी चंद्रो तोमर 89 साल की थीं. वह यूपी के बागपत जिले की रहने वाली थीं. शूटर दादी चंद्र तोमर और प्रकाशी तोमर के जीवन पर 2019 में फिल्म बनी थी. फिल्म के निर्माता अनुराग कश्यप ने दादियों के जीवन पर 'सांड की आंख' नाम से पिक्चर बनाई थी. इस फिल्म में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर मुख्य भूमिका में हैं. यह फिल्म शार्पशूटर चंद्रो और प्रकाशी तोमर के जीवन पर आधारित है. फिल्म की शूटिंग बागपत में 10 फरवरी 2019 को शुरू हुई थी. कुछ हिस्सों को हस्तिनापुर और मवाना में भी फिल्माया गया है. वहीं अभिनेता आमिर खान ने दोनों शूटर दादी की कहानी से प्रभावित होकर उन्हें अपने शो सत्यमेव जयते में भी बुलाया था.
सबसे उम्रदराज शूटर
चंद्रो तोमर को विश्व की सबसे उम्रदराज शूटर माना जाता है. उन्होंने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते. उन्होंने 60 वर्ष की उम्र में शूटिंग शुरू की थी. शूटर दादी चंद्रो तोमर ने 1999 के करीब में निशानेबाजी करनी शुरू की थी बताया जाता है कि गांव की ही शूटिंग रेंज पर वह अपनी पोती को निशानेबाजी सिखाने के लिए ले जाया करती थी. लेकिन, एक दिन पोती पर निशानेबाजी राइफल लोड नहीं हुई तो तैश में आकर दादी ने उसके हाथ सरायपाली और उसको लोड करने के बाद निशाना लगाया, दादी का निशाना बिल्कुल सटीक लगा, जिसके बाद कोच ने दादी को ट्रेनिंग दी.