लखनऊ : राजधानी लखनऊ में अवैध होर्डिंग का कारोबार पूरी तरह से फल फूल रहा है. नगर निगम के अधिकारी अवैध होर्डिंग के खिलाफ कार्रवाई करने में पूरी तरह से फेल साबित हो रहे हैं. अवैध होर्डिंग गिरने की वजह से कहीं दुर्घटनाएं हुई है और दो लोगों की जान भी जा चुकी है, लेकिन इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है. अभी तक नगर निगम प्रशासन ने दावा किया था कि अवैध होर्डिंग्स पर सख्ती की जाएगी, लेकिन यह सब हवा हवाई ही साबित हुआ.
पूरे शहर में नगर निगम अधिकारियों की लापरवाही की वजह से ही अवैध होर्डिंग का मकड़ जाल साफ-साफ नजर आता है. नगर निगम का लालबाग स्थित मुख्यालय के आसपास भी अवैध होल्डिंग साफ-साफ नजर आती है. विधानसभा के पास कैपिटल तिराहे के आसपास की बिल्डिंगों पर भी अवैध होर्डिंग लगी हुई है. कई इमारत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी हैं, लेकिन इन पर होर्डिंग खड़े हुए हैं. मौसम खराब होने या आंधी तूफान आने पर इन होर्डिंग्स के भरभरा कर गिरने की आशंका लगातार बनी रहती है. नगर निगम प्रशासन ने इकाना स्टेडियम के पास होर्डिंग गिरने से दो लोगों की मौत का भी सबक नहीं लिया और पूरे शहर में अवैध होल्डिंग का मकड़जाल फैला हुआ है. अधिकारी दावा तो जरूर करते हैं कि अवैध होल्डिंग के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन यह सब बयानबाजी तक ही सीमित रहता है.
दरअसल राजधानी में अवैध होर्डिंग और यूनिपोल कारोबारी की मनमानी के आगे नगर निगम के अफसर पूरी तरह से बेबस नजर आ रहे हैं. शहर में एयरपोर्ट, चौराहों सहित ज्यादातर मार्गों पर खड़े अवैध यूनिपोल और होर्डिंग पर नगर निगम अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. इससे नगर निगम को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान भी हो रहा है. दिखावे के लिए अभियान के अंतर्गत केवल छोटे होर्डिंग हटाकर जुर्माना वसूला जा रहा है. पूरे शहर में प्रचार निरीक्षकों की मिलीभगत से गोरखधंधा फलफूल रहा है. आईआईएम रोड, देवा रोड, कुर्सी, जानकीपुरम विस्तार आदि क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध यूनीपोल लगे हुए हैं. इन पर विज्ञापन भी प्रदर्शित हो रहे हैं. अन्य अवैध प्रचार सामग्री भी लगाकर नगर निगम को नुकसान पहुंचाया जा रहा है.