लखनऊ: यूपी में सोमवार को 1647 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं, जबकि 1895 लोगों को डिस्चार्ज किया गया. एक बार फिर नए मरीजों की संख्या में कमी आई है. इसी के साथ अब प्रदेश में तीन जिले ऐसे बचे हैं, जहां 100 से अधिक मरीज हैं. नीति आयोग ने भी एनसीआर में कोरोन संक्रमण के प्रबंधन पर प्रदेश सरकार की सराहना की है.
प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य आलोक कुमार ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 22 हजार 965 एक्टिव मरीज हैं, जबकि अब तक चार लाख 69 हजार तीन मरीजों को स्वास्थ्य लाभ मिलने के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है. इस तरह प्रदेश में मरीजों का रिकवरी रेट 94 प्रतिशत बना हुआ है. प्रमुख सचिव ने बताया कि सोमवार को 25 मरीजों की मौत हुई है. अब तक कुल 7231 मरीजों की मौत हो चुकी है. वर्तमान में एक्टिव मरीजों में से 10062 होम आइसोलेशन में हैं. रविवार को कुल एक लाख 38 हजार 253 नमूनों की जांच की गई. इसमें आरटी पीसीआर से 58851, ट्रूनाट से 1980 और 77422 जांच एंटीजन से की गई.
प्रमुख सचिव ने बताया कि प्रदेश में तीन जिले ऐसे हैं, जहां 100 से अधिक मरीज हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहा है. इसके लिए नीति आयोग ने अलर्ट जारी किया गया है. प्रमुख सचिव ने बताया कि नीति आयोग ने नेशनल कैपिटल रीजन के जिलों में स्टडी की है. इसमें निकल कर आया है कि दिल्ली और हरियाणा के एनसीआर वाले जिलों में कोविड-19 संक्रमण बढ़ने से पॉजिटिविटी रेट 15 प्रतिशत हो गया है. जबकि यूपी के एनसीआर वाले जिलों में अभी पॉजिटिविटी रेट अभी भी 5 प्रतिशत से नीचे है. नीति आयोग ने प्रदेश में कोराना संक्रमण प्रबंधन की सराहना की है. साथ ही पश्चिम उत्तर प्रदेश में और अधिक सावधानी बरतने के लिए कहा है.
यूपी में टॉप फाइव संक्रमण वाले जिले