लखनऊ: नीति आयोग ने उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी को दूर करने यानी कि मांग के हिसाब से आपूर्ति करने के लिए किए गए सरकार के प्रयासों की सराहना की है. आयोग ने योगी सरकार के टेस्ट-ट्रेस- ट्रीट मूलमंत्र के साथ तत्परता से काम करने और गांवों में टीमें भेजकर कोविड परीक्षण करने के लिए चलाए जा रहे अभियान को भी सराहा है.
डब्ल्यूएचओ भी कर चुका है तारीफ
नीति आयोग ने ट्वीट करके कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने ऑक्सीजन हब स्थापित किया है. एक डैशबोर्ड-ऑक्सीट्रैकर विकसित किया है. इसके माध्यम से वास्तविक समय में टैंकरों को ट्रैक किया जा सकता है. ऑक्सीजन टैंकरों को त्वरित और सुरक्षित तरीके से गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है. इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने भी योगी सरकार के प्रयासों की सराहना की है.
गृह विभाग में स्थापित किया गया है कंट्रोल रूम
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ऑक्सीजन की मांग को तत्परता से पूरा करने के उद्देश्य से गृह विभाग में एक विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. इस कंट्रोल रूम के माध्यम से ऑक्सीजन आपूर्ति व्यवस्था की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जा रही है. कंट्रोल रूम में गृह विभाग, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी लगाए गए हैं.
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बता दें कि यह कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहा है. इसकी पूरी निगरानी अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी की देखरेख में की जा रही है. अवस्थी प्रदेश में ऑक्सीजन सप्लाई पर पल-पल नजर रख रहे हैं. मौजूदा समय में प्रदेश में एक हजार मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है.