लखनऊ: स्थानीय इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित अमृत महोत्सव के दौरान अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि पर प्रस्तावित मंदिर का नया मॉडल लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा. देश भर से अमृत महोत्सव में भाग लेने आए विभिन्न कंपनियों, प्रतिष्ठानों और संस्थानों के प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने मॉडल के साथ सेल्फी ली. लोगों में इसके प्रति जानने की उत्सुकता भी दिखाई दी.
महोत्सव में मॉडल इस तरह दर्शाया गया है, ताकि वह चारों तरफ से देखा जा सके. मॉडल में प्रस्तावित मंदिर की झलक पाने के लिए लोगों में होड़ दिखी. उत्सुकता का आलम यह रहा कि देश के विभिन्न राज्यों से आए लोग एक दूसरे से इसके बारे में पूछते दिखाई दिए.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा पुराने मॉडल में बदलाव कर नया मॉडल तैयार किया गया है. यह मॉडल राम मंदिर का नक्शा तैयार करने वाले मुख्य आर्किटेक्ट सोमपुरा के बेटे निखिल सॉन्ग पुरा ने तैयार किया है. यह प्रस्तावित 3 एकड़ में निर्मित होगा. मॉडल में मंदिर के पास उपलब्ध पूरी 70 एकड़ जमीन को दर्शाया गया है, जिसमें परिसर में प्रस्तावित अन्य मंदिर और इमारतों को भी दर्शाया गया है.
इसमें यह भी बताया गया है कि यह वही मंदिर है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन चुके हैं. मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ हो चुका है. 2025 तक पूरा परिसर कंप्लीट होने की उम्मीद है, लेकिन 2023 में प्रभु श्रीराम के बाल रूप की स्थापना कर मंदिर दर्शकों के दर्शनार्थ खोल दिया जाएगा. मॉडल में दर्शाया गया है कि मंदिर की ऊंचाई 161 फीट होगी. इसमें तीन गुंबद होंगे, जिस पर 1100 करोड़ उपाय खर्च होने का अनुमान है.