उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

मरीजों को देनी पड़ेगी कोरोना टेस्ट की फीस, इन लोगों को मिली राहत - केजीएमयू कोरोना की खबरें

लखनऊ के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में मरीजों को अब कोरोना की जांच के लिए पैसे देने पड़ेंगे. पहले मरीजों को कोरोना की जांच के लिए पैसे नहीं देने पड़ते थे. फीस से महिला मरीज, कैंसर मरीज और डायलिसिस वाले मरीजों को छूट दी गई है.

कैंसर के मरीजों को मिलेगी छूट
कैंसर के मरीजों को मिलेगी छूट

By

Published : Jan 3, 2021, 5:42 PM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में मरीजों को इलाज से पहले कोरोना जांच के लिए फीस जमा करनी होगी. केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि सामान्य मरीजों और उनके तीमारदारों को कोविड-19 की जांच के लिए फीस जमा करनी होगी. योजना के तहत ट्रूनेट जांच के लिए 1500, आरटीपीसीआर की जांच के लिए 600 और तीमारदारों की जांच के लिए 300 रुपये जमा करने होंगे. योजना में महिला मरीज, कैंसर मरीज और डायलिसिस वाले मरीजों को छूट दी गई है.

मरीजों को देने पड़ेंगे पैसे
अस्पतालों में इलाज कराने पहुंच रहे मरीज और उनके तीमारदारों की पहले कोरोना की जांच की जाती है. अभी तक कोविड-19 की जांच के लिए मरीजों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता था. अब कोविड-19 की जांच के लिए मरीजों को पैसे देने होंगे. इसके साथ ही तीमारदारों से भी शुल्क लिया जाएगा. यह जानकारी केजीएमयू प्रशासन के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह ने दी है. उन्होंने बताया कि अभी तक ओपीडी, इमरजेंसी व ऑपरेशन वाले मरीजों की जांच निःशुल्क थी. नई गाइडलाइन के तहत अब नॉन कोविड-19 से संक्रमण की जांच के लिए उनसे शुल्क लिया जाएगा.

इन मरीजों से नहीं लिया जाएगा शुल्क
केजीएमयू के डॉक्टर सुधीर सिंह ने बताया कि नई गाइडलाइन के अनुसार इमरजेंसी में आए हुए मरीज और उनके एक तीमारदार से जांच का शुल्क नहीं लिया जाएगा. स्त्री रोग विभाग में महिला मरीजों को जांच में छूट दी गई है. इसके साथ ही कैंसर ओपीडी में सिकाई कराने आने वाली महिलाओं से भी चार्ज नहीं लिया जाएगा. केजीएमयू के संकाय सदस्य, कर्मचारियों और उनके परिजन को भी कोविड-19 के जांच शुल्क से छूट दी गई है. डायलिसिस, कैंसर के मरीज और उनके परिवार वालों को भी जांच में छूट दी गई है.


ABOUT THE AUTHOR

...view details