लखनऊ:दुनियाभर में तेजी से बढ़ती आबादी को देखते हुए 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. बता दें इस बार विश्व जनसंख्या दिवस की थीम 'फैमिली प्लानिंग इज ए ह्यूमन राइट' रखी गई है. इस दिन लोगों को जनसंख्या नियंत्रण के प्रति जागरूक करने के लिए परिवार नियोजन, लैंगिक समानता, मातृत्व और मानवाधिकार के बारे में बताया जाता है. साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर जनसंख्या वृद्धि से होने वाले खतरे के प्रति जागरूक भी किया जाता है.
जनसंख्या वृद्धि स्वास्थ्य और समाज के लिए खतरनाक
आंकड़ों के अनुसार साल 2011 में भारत की कुल आबादी एक अरब 21 करोड़ थी. जनसंख्या की वृद्धि दर कई वजहों से समाज और स्वास्थ्य पर खतरा बनती जा रही है. बता दें कि दुनिया भर की जनसंख्या हर साल लगभग 8.3 करोड़ की दर से बढ़ रही है. माना जाता है कि 1800 ई. में पूरे विश्व की जनसंख्या एक अरब थी, जो 2019 में बढ़कर लगभग 7.7 अरब हो गई है. वहीं 2050 तक इसके 9.9 अरब तक होने के आसार हैं.