लखनऊ: शीरोज हैंगआउट (Sheroes Hangout Cafe) प्रदेश में एक ऐसा कैफे है, जो एसिड अटैक सर्वाइवर्स (Acid Attack Survivors) द्वारा चलाया जाता है. कैफे का उद्देश्य एसिड अटैक के बारे में जागरूकता बढ़ाना और सर्वाइवर्स को सशक्त बनाना है. वर्तमान आगरा और लखनऊ में दो कैफे हैं. साल के अंत में नोएडा और दिल्ली में भी ये कैफे खोले जाने वाले हैं. लखनऊ के शीरोज हैंगआउट कैफे में शुक्रवार शाम बेकरी काउंटर की शुरुआत हुई.
कैफे समय के साथ सर्वाइवर्स को सीखने के लिए नई योजनाएं, ट्रेनिंग और नए अवसर की कोशिश करता है. ऐसा ही नया अवसर है शिरोज लाइव बेकरी काउंटर. इस प्रयास से संस्थान से जुड़े 5 नए सर्वाइवर्स को रोजगार अवसर भी मिल रहा है. ट्रॉपिलाइट फूड्स प्राइवेट लिमिटेड ने शिरोज आगरा कैफे में बेकरी काउंटर की स्थापना के लिए ट्रेनिंग दिया है.
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ट्रोपिलाइट फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी पुनीत डावर ने कहा कि इस तरह के एक महान पहल का समर्थन करके दिल से एक खुशी हो रही है. हम आने वाली योजनाओं के लिए छांव फाउंडेशनके साथ खड़े हैं. इसके लिए सर्वाइवर्स को ग्वालियर में 6 दिनों तक बैंकिंग संबंधित प्रशिक्षण भी दिया.
एसिड अटैक सर्वाइवर्स में से एक ने कहा कि हमारे लिए यह बहुत अच्छा सीखने का अनुभव रहा. हमने मफिन, कपकेक, चॉकलेट ब्राउनी, लवाश ब्रेड और पिज्जा जैसी तमाम बेकरी प्रोडक्ट्स को बनाना सीखा. "सभी शेफ और टीम जिन्होंने हमें बेकिंग करना और प्रोडक्ट्स बनाना सिखाया उन सभी को बहुत शुक्रिया.
दरअसल कोविड के कारण शिरोज कैफे की आर्थिक स्तिथि खराब हो गई थी. काफी प्रयासों और सुझाव के बाद ऑनलाइन गिफिटिंग स्टोर शुरु हुआ. जिसमें सर्वाइवर्स को विभिन्न कला सिखाई जाती है और बनने वाले प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन वेबसाइट पर बेचा जाता है. इस तरह से कैफे की आर्थिक मदद करने की कोशिश की जा रही है.
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