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नीट पीजी 2021: काउंसलिंग की मांग को लेकर रेजिडेंट डॉक्टरों ने निकाला कैंडल मार्च

नीट पीजी की मांग को लेकर डॉक्टरों ने निकाला कैंडिल मार्च. डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को हुई परेशानी.

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Published : Dec 5, 2021, 10:38 PM IST

काउंसलिंग की मांग को लेकर रेजिडेंट डॉक्टरों ने निकाला कैंडल मार्च
काउंसलिंग की मांग को लेकर रेजिडेंट डॉक्टरों ने निकाला कैंडल मार्च

लखनऊ :राजधानी में रविवार की शाम को लोहिया संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टरों ने नीट पीजी काउंसलिंग की मांग को लेकर कैंडल मार्च निकाला. विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि जब तक नीट पीजी की काउंसलिंग नहीं होगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.

बता दें कि केजीएमयू और लोहिया संस्थान के रेजिडेंट डॉक्टर बीते कई दिनों से नीट पीजी काउंसलिंग की मांग कर रहे हैं. काउंसलिंग कराने की मांग को लेकर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन रविवार को भी जारी रहा. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि काउंसलिंग न होने से नए रेजिडेंट डॉक्टरों की तैनाती नहीं हो पा रही है.

दरअसल, जूनियर डॉक्टर नीट पीजी काउंसलिंग को लेकर धरने पर अड़े हैं. हड़ताल से वापस होते न देख केजीएमयू ने जूनियर रेजीडेंट के 272 पदों पर भर्ती की हरी झंडी दी है. केजीएमयू-लोहिया संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टर नीट पीजी काउंसलिंग लेकर डॉक्टर कई दिनों से हड़ताल पर हैं. बीते शुक्रवार रात जिलाधिकारी व पुलिस कमिश्नर ने केजीएमयू के रेजिडेंट डॉक्टरों से मुलाकात की थी. लेकिन आश्वासन पर रेजीडेंट नहीं माने.

इसके बाद शनिवार को लोहिया संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ बैठक की थी. नान पीजी जेआरएफ की भर्ती करने का आश्वासन दिया. साथ ही काउंसलिंग संबंधी मांग को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया था. हालांकि रेजिडेंट डॉक्टरों ने धरना खत्म न करने का फैसला किया. वहीं, सातवें वेतनमान की मांग को सीनियर डॉक्टरों ने 7 दिन तक हड़ताल न करने का फैसला किया.

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नए डॉक्टरों की नियुक्ति न होने के कारण डॉक्टरों पर अतरिक्त काम का दबाव पड़ रहा है. प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि उनकी समस्या को सुनने व समझने को तैयार नहीं है. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से अस्पताल में भर्ती मरीजों को काफी समस्याएं झेलनी पड़ीं. हड़ताल के कारण रेजिडेंट डॉक्टर ने वार्ड में राउंड नहीं लगाया. इस दौरान मरीजों का इलाज नर्स व पैरामेडिकल स्टाफ के भरोसे चला.

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