लखनऊ:पांच दिनों तक चलने वाला रोशनी का पर्व दीपावली धनतेरस से शुरू हो चुका है. इस पर्व की शुरुआत में धनतेरस मनाया जाता है, उसके अगले दिन नरक चतुर्दशी मनाई जाती है. इस बार नरक चतुर्दशी 26 अक्टूबर को मनाई गई. आज के दिन हनुमान जी की भी पूजा का विधान है.
...जानें क्या है नरक चतुर्दशी, इस दिन क्यों यमराज की होती है पूजा ? - naraka chaturdashi 2019
दीपावली के एक दिन पहले नरक चतुर्दशी मनाई जाती है. बड़ी दिवाली से एक दिन पहले यम देवता यमराज की पूजा का विधान है. आज के दिन उनकी पूजा करना से अकाल मृत्यु का डर नहीं रहता है. इस दिन यमुना नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है.
पांच दिनी त्योहार का विशेष महत्व
ज्योतिषाचार्य पंडित उमाशंकर मिश्र ने बताया कि हिंदू धर्म में दीपावली पर्व का विशेष महत्व है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन विशेष उपाय करके पुनर्जन्म से मुक्ति मिल जाती है. बड़ी दिवाली से एक दिन पहले यम देवता यमराज की पूजा का विधान है. आज के दिन उनकी पूजा करना से अकाल मृत्यु का डर नहीं रहता है. इस दिन यमुना नदी में स्नान करने का विशेष महत्व है.
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हनुमान जी की पूजा का है विशेष महत्व
ज्योतिषाचार्य उमाशंकर मिश्र ने बताया कि नरक चतुर्दशी के दिन हनुमान जी की पूजा अवश्य करनी चाहिए. हनुमान जी की पूजा करने से सभी तरह के कष्ट कटते हैं. ऐसा माना जाता है कि आज के दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था. उन्होंने कहा कि इस बार नरक चतुर्दशी 26 अक्टूबर को मनाई जाएगी.