लखनऊ:राजधानी में कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद एक खास अभियान चलाया गया था, जिसका नाम 'नमस्ते लखनऊ' था. इसकी शुरुआत 1 मार्च से हुई थी. कोरोना महामारी के चलते इस अभियान को बंद कर दिया गया था. अब यह अभियान फिर से शुरू हो गया है. इस अभियान के तहत सुबह-शाम को सड़क पर टहलने वालों के लिए पुलिस की विशेष गश्त लगेगी. साथ ही पार्कों में टहलने वाले लोगों से नमस्ते करते हुए पुलिस मिलेगी और उनका हालचाल भी जानेगी. इस अभियान को लेकर ईटीवी भारत ने डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी से खास बातचीत की.
फिर शुरु हुआ 'नमस्ते लखनऊ' अभियान फ्रेंडली पुलिसिंग के लिए चलाई गई मुहिम
'नमस्ते पुलिस' अभियान पुलिस कमिश्नरेट की एक खास मुहिम है. यह पहल फ्रेंडली पुलिसिंग और पब्लिक पुलिसिंग, पब्लिक के सहयोग के लिए उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप को ध्यान में रखते हुए की गई है. इसमे पुलिस पार्क, सार्वजनिक स्थल या ऐसी जगह जहां पर लोग जाते हैं उनसे मिलेगी और उनकी दिक्कतों के बारे में जानेगी. उनको यह भी बताया जाएगा कि पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए हर जगह मुस्तैद है, इससे लोगों का कॉन्फिडेंस बढ़ता है.
नियमों के उल्लंघन पर हो रही कार्रवाई
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के बारे में जब डीसीपी वेस्ट से बात की गई तो उन्होंने बताया जो लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं, जो सड़कों पर थूक रहे हैं, ऐसे लोगों पर पुलिस कार्रवाई कर रही है. इसके अलावा जो एक व्यापक अवेयरनेस प्रोग्राम है, इसका असर है कि आज जनता खुद सभी नियमों का पालन कर रही है. सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए ऑटो टैक्सी व अन्य वाहनों में इसके लिए भी गाइडलाइन जारी की गई है कि कितनी सवारी बैठ सकतीं हैं. उन्होंने बताया कि सभी सवारियों को मास्क पहनना जरूरी है. ऐसा कोई काम न करें जिससे संक्रमण फैलने का खतरा हो.