लखनऊ : राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) टीम ने शुक्रवार को सरोजनीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) का निरीक्षण किया. केरल स्थित मैलंकोडी डेंटल कॉलेज के प्रोफेसर जयराम और मध्य प्रदेश में ग्वालियर स्थित आईटीएम यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सुधारानी बनप्पा गौदर के नेतृत्व में पहुंची टीम ने दवा वितरण कक्ष व वार्ड को देखा. टीम के सदस्यों ने पीएचसी में भर्ती मरीजों से बातचीत की और चिकित्सकों से मरीजों से इलाज संबंधी जानकारी मांगी. टीम ने उपलब्ध सुविधाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली.
NAAC Team Inspection : सरोजनीनगर पीएचसी और केजीएमयू के 20 विभागों का लिया जायजा - केजीएमयू लखनऊ
राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC Team Inspection) की टीम ने शुक्रवार को सरोजनीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में निरीक्षण करने पहुंची. इस दौरान टीम के सदस्यों ने अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली और मरीजों का हालचाल भी पूछा.
इसके बाद टीम हाल में स्थापित हुई नई प्रयोगशाला में पहुंची और मौजूद सुविधाओं के बारे में जाना. निरीक्षण के मौके पर केजीएमयू के एसपीएम विभागाध्यक्ष प्रो. मोनिका अग्रवाल, असिस्टेंट प्रोफेसर प्रशांत बाजपेई, पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. नीरज गुप्ता, डॉ. शिवली, समेत अन्य स्टाफ मौजूद रहा. इसके अलावा किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के कई विभागों का टीम ने जायजा लिया. इस दौरान 20 से ज्यादा विभागों में जाकर जानकारियां हासिल कीं. अभी टीम शनिवार को भी केजीएमयू के बचे हिस्सों का जायजा लेगी.
प्रसव के बाद रक्तस्राव से प्रसूता की मौत : पारा स्थित एक निजी अस्पताल में प्रसव के बाद प्रसूता की हालत बिगड़ गई. ऑपरेशन के बाद अत्यधिक रक्तस्त्राव होने लगा. प्रसूता की तबीयत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. काकोरी के हरदोईया लालनगर निवासी शशि यादव को प्रसव पीड़ा हुई थी. गुरुवार को मलिहाबाद के फरीदीपुर निवासी पति आशीष व परिवार के अन्य सदस्य गर्भवती को लेकर पारा के निजी अस्पताल पहुंचे. यहां डॉक्टरों ने गर्भवती को भर्ती कर लिया. जांच के बाद ऑपरेशन से प्रसव की जानकारी दी. परिवारीजन ऑपरेशन को राजी हो गए. ऑपरेशन के बाद अत्यधिक रक्तस्त्राव होने पर डॉक्टरों ने प्रसूता को निजी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. जहां शुक्रवार को प्रसूता की मौत हो गई. हालांकि परिवारीजनों ने इलाज को लेकर कहीं कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई है.