लखनऊःअवध के नवाब मोहम्मद अली शाह बहादुर के दौर में लखनऊ में बना हुसैनाबाद तालाब अपने आप में कई दास्तान समेटे हुए है. अपनी खूबसूरती के लिए पहचाने जाने वाले इस तालाब में कई रहस्य भी दफन हैं. इस तालाब के बारे में कहा जाता है कि कोई शख्स इस तालाब में उतरकर नहाने की कोशिश करता है तो वह जिंदा वापस नहीं आ पाता. इस तालाब को आसपास के लोग और जानकार भेंट लेने वाले तालाब के नाम से भी जानते हैं. इस रहस्यमयी तालाब के बारे में यहां तक कहा जाता है कि साल में यह तालाब दो इंसानों की भेंट जरूर लेता है.
जरा संभलकर, लखनऊ का यह रहस्यमयी तालाब लेता है इंसानों की भेंट - हुसैनाबाद तालाब में जो नहाने जाता है जिंदा वापस नहीं आता
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में यूं तो कई पुराने स्मारक हैं पर हुसैनाबाद तालाब अपने आपमें अनूठा है. इसके बारे में कई रहस्यमयी बातें कही जाती हैं. यहां तक कहा जाता है कि कोई शख्स इसमें नहाने की कोशिश करता है तो जिंदा वापस नहीं आता.
साल में दो बार भेंट लेता है यह रहस्यमयी तालाब
पुराने लखनऊ के हुसैनाबाद इलाके में बना यह तालाब देखने में जितना खूबसूरत है उतना ही बदनाम भी है. इस तालाब के बारे में राजधानीवासी अलग-अलग कहानियां बताते हैं. लोग कहते हैं कि इस तालाब में तैरने या नहाने उतरे लोग कभी ज़िंदा वापस नहीं लौटे. लखनऊ की मशहूर शख्सियत और नवाबों के घरानों से ताल्लुक रखने वाले जाफर मीर अब्दुल्लाह बताते हैं कि बचपन से इस तालाब के बारे में सुनते आ रहे हैं कि यह तालाब हर साल 2 भेंट लेता है. भेंट किसी जानवर की नहीं बल्कि इंसान की होती है. हालांकि इसकी वजह क्या है यह आजतक किसी को नहीं मालूम लेकिन यह तालाब अबतक कई जानें ले चुका है.
तैरने जाने वालों की जान ले लेता है यह तालाब
हुसैनाबाद तालाब के बगल में रहने वाला छात्र अब्दुल समद का कहना है कि अक्सर इस तालाब में हादसे होते रहते हैं. अब्दुल समद बताते हैं कि जो भी इस तालाब में तैरने जाता है, वो मर जाता है. इसी वजह से बड़े बुजुर्ग इस तालाब से दूर रहने की सलाह देते हैं.