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नगर निगम लखनऊ में फुटपाथ और सड़कों पर कार बाजार, फिर भी अधिकारी लाचार

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Published : Mar 24, 2023, 11:07 PM IST

आम नागरिकों और राहगीरों पर वर्दी और रुतबे का धौंस जमाने वाले नगर निगम और पुलिस के अधिकारी शहर में अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई के नाम पर फिसड्डी हैं. यही कारण है कि शहर के व्यस्ततम क्षेत्रों में सड़कों पर कार बाजार और अतिक्रमण करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है.

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नगर निगम की नाक के नीचे फुटपाथ और सड़कों पर चल रही कार बाजार.

लखनऊ : राजधानी लखनऊ में नगर निगम की नाक के नीचे और शासन की आंख के सामने सड़कों पर कार बाजार चल रही है. सड़कों पर बाजार संचालित होने से लोगों को जाम की समस्या से रोजाना जूझना पड़ता है. इसके बावजूद किसी अधिकारी और विभाग को यह अराजकता व समस्या नजर नहीं आती है. कपूरथला, आईटी हजरतगंज सहित शहर के कई इलाकों में यह अंधेरगर्दी खुलेआम हो रही है. बहरहाल इस समस्या की बात तो नगर निगम, यातायात पुलिस, नागरिक पुलिस समेत अन्य विभागीय बैठकों में होती है, लेकिन समाधान के तौर तरीके आजतक कारगर साबित नहीं हो सके.

नगर निगम की नाक के नीचे फुटपाथ और सड़कों पर चल रही कार बाजार.

राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को ईटीवी भारत ने कई इलाकों की पड़ताल की तो नगर निगम मुख्यालय के ठीक बगल में लालबाग और नगर निगम मुख्यालय के ठीक बगल में ही कार बाजार और कार सजावट की दुकानें संचालित होती हैं. यहां सड़क और फुटपाथ पर गाड़ियों की मरम्मत, सजावट आदि की जा रही थी. हजरतगंज कोतवाली के सामने कार बाजार लगती है. कहना गैरमुनासिब नहीं है कि यह बाजार पुलिस और नगर निगम अफसरों के संरक्षण में ही लगती है. यहां सुबह से शाम तक गाड़ियां सड़क पर ही खड़ी रहती हैं. ऐसे में यहां से निकलने वाले लोगों को न सिर्फ समस्या होती है बल्कि जाम की समस्या से भी दो-चार होना पड़ता है.

नगर निगम की नाक के नीचे फुटपाथ और सड़कों पर चल रही कार बाजार.


राजधानी के निराला नगर क्षेत्र में कपूरथला क्षेत्र में बादशाह नगर, आलमबाग, निशातगंज, बंगला बाजार, गोमती नगर जैसे इलाकों में कार बाजार से सड़क पर अतिक्रमण रहता है. चौंकाने वाली बात यह है कि अतिक्रमण हटाए जाने के बाद दोबारा अतिक्रमण हो जाता है. क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि नगर निगम अफसरों की संरक्षण और मिलीभगत के बगैर यह बाजार लगना संभव नहीं है. चौराहों और सड़कों पर सख्ती दिखाने वाले पुलिसकर्मी और नगर निगमकर्मी इस ओर से आंखे मूंद लेते हैं.

नगर निगम की नाक के नीचे फुटपाथ और सड़कों पर चल रही कार बाजार.


नगर निगम के पार्षद अमित चौधरी कहते हैं कि लखनऊ में शासन सत्ता के सामने कार बाजार संचालित हो रहे हैं. सड़क और फुटपाथ पर कार बाजार लगती है. इससे लोगों को समस्या होती है. पहले वाले नगर आयुक्त ने कुछ कार्यवाही की थी, लेकिन फिर से कार बाजार मनमानी तरीके से खुलने लगी हैं. कार बाजार माफिया और नगर निगम अफसरों की मिलीभगत की वजह से यह सब काम खुलेआम होता है. इसे व्यवस्थित तरीके से संचालित कराए जाने की जरूरत है. नगर निगम प्रशासन को सड़क और फुटपाथ पर कार बाजार चलाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह कहते हैं कि कार बाजार संचालित करने वाले लोगों के खिलाफ कई बार कार्रवाई की गई है. अतिक्रमण हटाया जाता है, लेकिन कई बार अतिक्रमण हटाने के बाद पुलिस के स्तर से अतिक्रमण फिर से हो जाता है. जल्द ही कार बाजार चलाने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी.

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