लखनऊ: बुधवार को भारतीय सांस्कृतिक सम्बन्ध परिषद् आईसीसीआर और उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी की ओर से क्षितिज श्रंखला के तहत मुनाल संस्था के कलाकारों ने गढ़वाली लोक संगीत और नृत्य के रंग (Artists performed Garhwali folk music and dance) पेश किए. कार्यकम अकादमी के वाल्मीकि रंगशाला गोमती नगर में हुआ. क्षेत्रीय निदेशक अरविंद कुमार ने कलाप्रेमियों व कलाकारों का स्वागत कर आईसीसीआर की योजनाओं के बारे में बताया आभार जताया.
मुनाल संस्था की स्थापना वर्ष 1981 में की गई थी. इस संस्था का मुख्य उद्देश्य लुप्त हो रही पर्वतीय लोक संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन करके लोक संस्कृति को बचाए रखना है. मुनाल संस्था का नाम पहाड़ी पक्षी मुनाल से लिया गया है और वर्तमान में यह पक्षी उत्तराखंड का राज्य पक्षी माना जाता है. मुनाल संस्था राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के मंचों और दूरदर्शन के माध्यम से लुप्त हो रही भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार करती आ रही है.