लखनऊ : उत्तर प्रदेश स्पेशल स्टार्ट फोर्स (UP STF) ने मंगलवार शाम लखनऊ के जानकीपुरम इलाके से पूर्वांचल के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के एंबुलेंस चालक 25 हजार के इनामी सलीम को गिरफ्तार कर लिया. सलीम विधायक मुख्तार अंसारी के चचेरे ससुर और RSS के नेता नंद किशोर रूंगटा अपहरण कांड के आरोपी दो लाख के इनामी अताउल रहमान उर्फ बाबू की भी चंडीगढ़ के नंबर की स्टीम कार एक वर्ष चलाया था. मिली जानकारी के मुताबिक पूछताछ में आरोपी सलीम ने मुख्तार गैंग से जुड़े कई राज उगले हैं.
एडीजी STF अमिताभ यश के मुताबिक, सलीम के खिलाफ मुख्तार के चर्चित एंबुलेंस के मामले में बाराबंकी में धोखाधड़ी, 120बी, 7 सीएलए एक्ट समेत संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज है. जबकि, मऊ के दक्षिण टोला थाने में गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे वह फरार चल रहा था. आरोपी सलीम को बाराबंकी अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. बहुत जल्द मऊ पुलिस गैंगस्टर के मुकदमे में सलीम को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ के लिए ले जाएगी.
'मुख्तार का पुराना वफादार है सलीम'
सलीम मुख्तार का पुराना वफादार है. इसी के चलते पुलिस ने जनपद मऊ में दक्षिण टोला थाना क्षेत्र में गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई थी, और इसके ऊपर कई और मुकदमे भी दर्ज हैं. सलीम एक इनाम घोषित अपराधी की श्रेणी में था. एडीजी STF ने बताया कि पूछताछ में सलीम ने बताया कि लगभग 20 वर्षों से मुख्तार अंसारी से वह जुड़ा हुआ है. वर्ष 2000 में मुख्तार अंसारी के चचेरे ससुर व विहिप नेता नंदकिशोर रुंगटा अपहरण के आरोपी दो लाख के इनामी अताउल रहमान उर्फ बाबू की मारुति स्टीम कार चलाता था. उनकी कार लगभग 1 वर्ष तक चलाई थी, जिस पर चंडीगढ़ का नंबर पड़ा हुआ था. अताउल रहमान उर्फ बाबू के फरार होने के बाद इसने मुख्तार अंसारी व उनके परिवार के अन्य सदस्यों की गाड़ी चलाने लगा.