लखनऊ: नशे की धुंध से बाहर निकल कर विकास, वैभव, प्रगति और नई ऊर्जा के साथ नए वर्ष का शुभारंभ कर समाज को नई दिशा प्रदान करें. मोहनलालगंज सांसद कौशल किशोर ने सभी नवयुवकोx और नवयुवतियों को संदेश दिया कि 31 दिसम्बर को वह किसी भी तरह का नशा न करें. क्योंकि नशे के साथ ही कई प्रकार की बुराइयां समाज में जन्म लेती हैं. नशा करने से अनमोल जीवन समय से पहले ही नष्ट हो जाता है. ईश्वर द्वारा दिया गया यह अनमोल जीवन ऐसे न बर्बाद करें.
31 दिसम्बर की रात ही शुरू होता है नशे का खेल
सांसद कौशल किशोर ने अपने संदेश में बताया कि 31 दिसम्बर की रात लोग नए साल के आगाज के लिए सेलिब्रेट करते हैं. इसी दिन लोग ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिला देते हैं, जिससे लोग इसके आदि हो जाते हैं. इससे युवा पीढ़ी के नए लड़के-लडकियां इसी दिन से नशे का सेवन करना प्रारंभ करते हैं और धीरे धीरे गर्त में गिरते चले जाते है.
उन्होंने कहा कि सभी माता-पिता अपने बच्चों को 31 दिसम्बर की रात को बाहर न जाने दें और घर पर ही बच्चों की पसन्द का पकवान बनाकर खिलाएं और टीवी के माध्यम से बच्चों को दिखाए की दुनिया में कहां-कहां सेलिब्रेशन हो रहा है. अगर बच्चे तब भी नहीं मान रहे हैं तो बच्चो के साथ खुद बाहर जाएं. खास तौर पर 31 दिसम्बर और 1 जनवरी को तो दोस्तों के साथ बच्चों को अकेला मत जाने दें. अपने बच्चों को नशे की लत किसी भी कीमत में न पड़ने दें.
नशे के कारण समाज में जन्म लेती हैं कई बुराइयां
नशा करने वाला व्यक्ति परिवार के लिए बोझ स्वरुप हो जाता है. उसकी समाज एवं राष्ट्र के लिए उपादेयता शून्य हो जाती है. वह नशे से अपराध की ओर अग्रसर हो जाता है और शांतिपूर्ण समाज के लिए अभिशाप बन जाता है.