दिल्लीः बीजेपी के नवनिर्वाचित सांसद दिनेश लाल निरहुआ ने ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना से विशेष बातचीत में कहा की वह आजमगढ़ की जनता के आशीर्वाद से चुने गए हैं. अब आजमगढ़ सपा का गढ़ नहीं बल्कि वहां पीएम मोदी और सीएम योगी का काम बोल रहा है.
प्रसिद्ध भोजपुरी गायक और सांसद दिनेश लाल निरहुआ ने कहा की वह नहीं मानते कि अब आजमगढ़ समाजवादी पार्टी का गढ़ है, पहले गढ़ था लेकिन अब सीएम योगी ने और पीएम मोदी ने गरीबों के लिए पूरे उत्तर प्रदेश में जैसा काम किया है और इस बात को आजमगढ़ की जनता ने भी जाना है और समझा है. अब वहां पर जाति-धर्म के नाम पर वोट नहीं पड़ते बल्कि विकास कार्यों के नाम पर वोट पड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जहां तक बात अखिलेश यादव के ओवर कॉन्फिडेंस की है तो साफ कर दूं कि वह ओवर कॉन्फिडेंस में नहीं थे, बल्कि वह डर रहे थे. उन्हें पूरा भरोसा था कि वह हार रहे हैं और इस वजह से वह आजमगढ़ में प्रचार करने नहीं गए. उनके पास बात करने के लिए कुछ था ही नहीं क्योंकि उन्होंने आजमगढ़ के लिए कुछ किया ही नहीं था.
आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट करने और सांसद की ओथ लेने पर उन्होंने कहा कि आज बहुत ही ऐतिहासिक दिन है कि मेरी पहले ही शपथ के दिन मैंने नए राष्ट्रपति के लिए वोट किया और जनता ने जिन कार्यों के लिए मुझे चुना है मैं कोशिश करूंगा कि मैं उन पर खरा उतर सकूं.
इस सवाल पर की एक नए प्रोफेशन का आपका पहला दिन था, पहले आप फिल्म इंडस्ट्री में थे और अब एक नए परिवेश में, असंसदीय भाषाओं की पाबंदी को लेकर विपक्षियों में रोष है, जिसपर निरहुआ ने कहा कि संसद में जो भी फैसले होते हैं वह देश हित में होते हैं और उसका सम्मान करना सभी सांसदों का कार्य है.