लखनऊ : प्रदेश के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व व संबद्ध प्राइमरी विद्यालयों में बच्चों को परोसे जाने वाले आहार की गुणवत्ता की जांच की जिम्मेदारी बच्चों की मां संभालेंगी. इसके लिए हर विद्यालय के स्तर पर मां समूह का गठन किया जाएगा. जो विद्यालयों में बच्चों को परोसे जाने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता तथा मैन्यू के अनुसार भोजन परोसा जा रहा है या नहीं इसकी जांच करेंगे. इसके लिए हर विद्यालयों में रोस्टर के अनुसार मां समूहों का गठन किया जाएगा. महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं.
मां समूह के प्रशिक्षण के लिए 600 रुपये प्रति स्कूल मिलेगा बजट : महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद के अनुसार मां समूह के सदस्यों की सक्रिय भागीदारी के लिए उनको प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए प्रत्येक विद्यालय में 600 रुपए का बजट जारी किया गया है. यह बजट प्रशिक्षण पर खर्च किया जाएगा. ट्रेनिंग के दौरान मां को अपने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजने के साथ ही आसपास की महिलाओं को भी अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करेंगी. ट्रेनिंग में बच्चों को मिड डे मील में दिए जाने वाले भोजन की नियमितता, मात्रा व गुणवत्ता की जांच कैसे करनी है. इसके बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही मिड डे मील को पकाने से पूर्व, पकाते समय व पड़ोस के समय स्वच्छता एवं सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है या नहीं इसकी जांच कैसे करें. भोजन पकाने के लिए प्रयोग किए जा रहे खास सामग्री व बर्तन की साफ सफाई सही से है कि नहीं इसकी भी जांच करेंगे.