लखनऊ:लखनऊ की 9 विधानसभा सीटों पर 109 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. जिनमें से कई पर तो 20 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. आज हम ऐसे ही प्रत्याशियों के कारनामों से आपको अवगत कराएंगे. इस सूची में सबसे पहले हम बात करेंगे लखनऊ मध्य से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रविदास मल्होत्रा की, जिनके खिलाफ 20 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. वहीं, ज्यादातर मुकदमे लखनऊ के हजरतगंज थाने के हैं. खास बात यह है कि इनमें ज्यादातर आम जनता के आंदोलन से जुड़े मुकदमे रहे हैं. सपा के रविदास मल्होत्रा समेत 9 सीटों के 29 प्रत्याशियों के खिलाफ अपराधिक मुकदमे अलग-अलग थानों में दर्ज हैं. मुकदमों के मामले में बड़ी राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की संख्या ज्यादा है. जिला निर्वाचन ने चुनाव आयोग को प्रत्याशियों के आपराधिक मुकदमों की जानकारी भेजी है.
रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ पश्चिम सीट से दो, लखनऊ कैंट से दो, मोहनलालगंज से तीन, बीकेटी से दो, मलिहाबाद से दो, लखनऊ उत्तर से तीन, लखनऊ पूर्व से चार, सरोजनीनगर से चार और लखनऊ मध्य से सात प्रत्याशियों के खिलाफ फौजदारी के मुकदमें अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए हैं. इस 29 में से 26 समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और भारतीय जनता पार्टी जैसे बड़े दलों के प्रत्याशी हैं.
पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत तीन मुकदमे दर्ज किए गए हैं. उन्होंने अपने हलफनामे में लिख कर दिया है कि उन्हें इस संबंध में अभी तक कोई नोटिस नहीं भेजा गया है. मुकदमों के बारे में जानकारी भी अखबारों में छपी खबरों के आधार पर हुई.
यहां की लिस्ट है लंबी
सबसे ज्यादा मुकदमे लखनऊ मध्य विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के खिलाफ दर्ज हैं. कांग्रेस की प्रत्याशी सदर जफर के खिलाफ हजरतगंज और ठाकुरगंज थाने में करीब 4 मामले दर्ज हैं. इनमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे मामले भी शामिल हैं. इनके अलावा गौरव शर्मा (शिवसेना), नदीम अशरफ (आम आदमी पार्टी), विक्रांत मोहन (भारतीय जन मोर्चा पार्टी), सलमान सिद्दीकी (ऑल इंडिया मजिलस-ए-इत्तिहादुल मुस्लमीन) के खिलाफ भी अलग-अलग थानों में मुकदमे हैं. वहीं भाजपा प्रत्याशी रजनीश कुमार गुप्ता के खिलाफ चौक थाने में मुकदमा दर्ज है.
लखनऊ पश्चिम
- राजीव बख्शी: आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी राजीव बख्शी के खिलाफ घरेलू विवाद का एक मामला चल रहा है.
- मो. हनीफ खान: निर्दलीय उम्मीदवार हैं. इनके खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, मारपीट और धमकी, लोक सेवक को कर्तव्य के पालन से रोकने जैसे करीब 8 मामले अलग-अलग थानों में दर्ज हैं.
इनके खिलाफ दर्ज मामले