लखनऊ: यूपी में कोरोना का प्रकोप जारी है, हालांकि वायरस के प्रसार में कुछ कमी आई है. प्रदेश में सक्रिय केसों की संख्या घट रही है. बुधवार को 24 घंटे में 10 हजार से ज्यादा नए केस मिले हैं. वहीं 24 घंटे में 23 मरीजों की मौत संक्रमण के कारण हो गई.
बुधवार को प्रदेश में 24 घंटे में 2 लाख 14 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 10,937 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. इतने केस एक दिन में मई में मिले थे. इस दौरान 17,074 मरीज डिस्चार्ज किए गए. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 85 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है.
उत्तर प्रदेश में केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी और मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. दूसरी लहर में डेल्टा प्लस के सिर्फ दो केस रहे. 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया.अब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद थी. जो मंगलवार को घटकर 6.59 फीसद हो गई है.
अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई थी. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को ओमिक्रोन के 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई है, इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा और अन्य राज्यों से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांच की जा रही है. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रख रही है. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए हैं. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया.
86 हजार से घटकर 80 हजार हुए एक्टिव केस
राज्य में मंगलवार को एक्टिव केस की संख्या 86 हजार थी. जो बुधवार को घटकर 80 हजार रह गई है. सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की व्यवस्था कर ली है. अस्पतालों में 551ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.
0.01 फीसद पॉजिटीविटी रेट से 6.59 हुई