मुरादाबाद की हवा हुई दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित, एयर क्वालिटी इंडेक्स पहुंचा 393
यूपी में प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद वायु प्रदूषण में कमी होती नहीं दिख रही. एयर क्वालिटी इंडेक्स में यह साफ हुआ है कि उत्तर प्रदेश अब दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित है. दरअसल, एयर क्वालिटी इंडेक्स में दिल्ली का आंकड़ा 293 है तो वहीं उत्तर प्रदेश के शहरों में मुरादाबाद अकेले ही 393 अंक के साथ सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में है.
लखनऊ:उत्तर प्रदेश के शहरों में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. प्रदेश भर में कई ऐसे शहर सामने आए हैं, जहां की हवा सबसे ज्यादा जहरीली है. आज एयर क्वालिटी इंडेक्स में मुरादाबाद प्रदेश का सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर पाया गया. इसके अलावा भी वायु प्रदूषण उत्तर प्रदेश के शहरों में दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.
प्रदेश में मुरादाबाद की हवा सबसे ज्यादा जहरीली
उत्तर प्रदेश में अब दिल्ली से भी ज्यादा वायु प्रदूषण हो गया है. एयर क्वालिटी इंडेक्स में यह साफ हुआ है कि उत्तर प्रदेश अब दिल्ली से ज्यादा प्रदूषित है. दरअसल, एयर क्वालिटी इंडेक्स में दिल्ली का आंकड़ा 293 है तो वहीं उत्तर प्रदेश के शहरों में मुरादाबाद अकेले ही 393 अंक के साथ सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में है.
मुरादाबाद की हवा में जहर
उत्तर प्रदेश में आज सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में मुरादाबाद नंबर 1 पर है. बुलंदशहर की आबोहवा इस कदर खराब हो चली है, जिसके बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स में बुलंदशहर के आंकड़े 393 अंक तक पहुंच गए हैं. इसके अलावा बुलंदशहर 339, ग़ज़ियाबाद में 355, ग्रेटर नोएडा 310 ,लखनऊ 312 एयर क्वालिटी इंडेक्स में वायु गुणवत्ता मापी गई है. इसके साथ-साथ उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में भी हवा में प्रदूषण दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है.
लखनऊ की हवा फिर हुई जहरीली
राजधानी लखनऊ बीते कई दिनों से हवा में सुधार होता दिख रहा था, जिससे यह माना जा रहा था कि जिला प्रशासन के प्रयास सार्थक सिद्ध हो रहे हैं, लेकिन बीते 2 दिनों से लगातार एयर क्वालिटी इंडेक्स में बढ़ोतरी होती जा रही है. इसकी वजह से राजधानी लखनऊ की हवा एक बार फिर से जहरीली हो गई है. राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा प्रदूषण 3 क्षेत्रों में है, जिनमें आज तालकटोरा क्षेत्र में सबसे अधिक प्रदूषण मापा गया है. वही इसके बाद लालबाग व गोमती नगर क्षेत्र में भी प्रदूषण सबसे ज्यादा है. इन क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण को कम करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं.
लखनऊ जिला प्रशासन ने जारी किए दिशा निर्देश
लखनऊ में कई दिनों से लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है, कुछ दिन पहले प्रशासन ने इसे रोकने को दिशा निर्देश जारी किए थे. इसके बाद भी इन निर्देशों का पालन राजधानी लखनऊ में होता नहीं दिख रहा है. कुछ दिन पहले जिला प्रशासन ने निर्देश दिए थे कि निर्माण कार्य स्थलों पर पानी का छिड़काव कर धूल उड़ने से रोकी जाए. निर्माण स्थल पर ग्रीन नेट लगाने समेत कई अन्य सावधानियां बरतने को कहा जा रहा था, लेकिन इसका असर नजर नहीं आ रहा. नतीजा राजधानी लखनऊ उत्तर प्रदेश के सबसे प्रदूषित शहरों में तीसरे नंबर पर है.