लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि पीएफआई के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है. पीएफआई उसी के इशारे पर भारत में काम कर रही है. रजा ने कहा कि ऐसे संगठनों को बैन किया जा सकता है पर ऐसी सोच से बचने के लिए सतर्क रहने की आवश्यकता है.
इसके साथ ही रजा ने कहा कि स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) पर प्रतिबंध लगने के बाद, जो लोग इसमें शामिल थे उन्होंने एक नया संगठन तैयार कर लिया. ये संगठन कोई और नहीं पीएफआई है. वह आगे बताते हैं कि पीएफआई से जुड़े लोग युवाओं को कट्टरपंथी बनाना चाहते हैं और उन्हें आतंकवाद की ओर धकेलना चाहते हैं.
सिमी को प्रतिबंधित किया जा चुका है, जो एक आतंकी संगठन घोषित हुआ था, लेकिन प्रतिबंध के बावजूद उस विचारधारा के लोग यहीं घूमते हैं. मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोई भी संगठन इस तरह का काम करेगा तो उसके खिलाफ हमारी सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी. देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया जाएगा.
पढ़ें:यूपी पुलिस की बड़ी कार्रवाई, PFI के 25 सदस्यों को किया गया गिरफ्तार
बता दें, यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने यूपी सरकार के गृह विभाग को चिट्ठी लिखकर पीएफआई पर कार्रवाई करने की मांग की थी. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बाबत केन्द्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट सौंप दी है. वहीं आने वाले दिनो में ये संगठन यूपी में भी बैन हो सकता है. साथ ही यूपी पुलिस ने पीएफआई से जुड़े 25 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही आईजी लॉ एंड ऑर्डर प्रवीण कुमार ने जानकारी दी कि पकड़े गए लोग सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में हिंसा भड़काने में शामिल थे.