लखनऊ :मोहनलालगंज में हाईवे के डिवाइडर पर पिछले 20 दिन से जो बुजुर्ग भूख प्यास झेलकर दिन रात गुजार रहे थे, उसे गुरुवार को मोहनलालगंज पुलिस की पहल पर अपने मिल गए. गुरुवार को बुजुर्ग बबलू के परिजन उसे अपने साथ घर ले गए. वहीं बबलू को लेने आए परिवार के लोगों ने कहा कि ये दस साल पहले दिल्ली में बिछड़ गए थे.
जरदोजी कारीगर था बुजुर्ग
मोहनलालगंज तहसील की चौखट पर पिछले 20 दिनों से एक बुजुर्ग हाईवे के डिवाइडर पर गंदे कपड़ों से लिपटा हुआ भूखे पेट अपनी जिंदगी के दिन गिन रहा था. हाईवे से गुजरने वाले लोग भी उसे विक्षिप्त समझकर अनदेखा कर वहीं से निकल जाया करते थे. इस मामले की पूरी खबर प्रकाशित हुई तो जिम्मेदारों ने संज्ञान लिया. इसके बाद डिवाइडर पर लेटे बुजुर्ग से उससे बातचीत कर उससे उसका नाम पता पूछा. जिस पर उसने अपना नाम कादिर उर्फ बबलू थाना सुलतानपुर घोष और जिला फतेहपुर बताया. इसके बाद इंस्पेक्टर मोहनलालगंज जीडी शुक्ला एसआई राजेन्द्र यादव ने परिजनों का पता लगाने के लिए पड़ताल शुरू की. आखिरकार उसके परिजनों से बात हुई तो उन्हें फोटो भेजी. इस पर उन लोगों ने पहचान की और उसे लेने के लिए गुरुवार को मोहनलालगंज कोतवाली आ गए.