उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

MLC Vidyasagar Sonkar बने विधान परिषद में उप नेता, अश्विनी त्यागी को मिला मुख्य सचेतक का दायित्व - यूपी विधान परिषद में सीटें

भारतीय जनता के एमएलसी विद्यासागर सोनकर का विधान परिषद में कद बढ़ाया गया है. भाजपा ने उन्हें विधान परिषद में उप नेता की जिम्मेदारी दी है. इसके अलावा अश्विनी त्यागी को मुख्य सचेतक बनाने के साथ कई अन्य को जिम्मेदारी दी है.

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Feb 23, 2023, 2:26 PM IST

लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एमएलसी विद्यासागर सोनकर का विधान परिषद में कद बढ़ा है. पार्टी ने विधान परिषद में उप नेता की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. इसके साथ ही अश्विनी त्यागी को मुख्य सचेतक बनाया गया है. एमएलसी राज बहादुर सिंह चंदेल को निर्दलीय समूह का नेता व डॉ. आकाश अग्रवाल को निर्दलीय समूह का उपनेता बनाया गया है.


इस संबंध विधान परिषद के प्रमुख सचिव की ओर से अधिसूचना जारी करके सभी सदस्यों को सूचित कर दिया गया है. विधान परिषद में कुल 100 सदस्य हैं. जिनमें से 92 की क्षमता पूरी है, मगर आठ सदस्यता रिक्त हैं. जिनमें से 6 एमएलसी मनोनीत किए जाने हैं. जबकि दो का चुनाव होगा. हाल ही में एक एमएलसी की मृत्यु हो गई थी. जबकि एक एमएलसी लक्ष्मणाचार्य सिक्किम के राज्यपाल बना दिए गए. बहुत जल्द ही यह 8 रिक्तियां भरी जाने की उम्मीद की जा रही है.

बता दें, विधानसभा की तरह विधान परिषद में भी गुरुवार सुबह 11:00 बजे से बजट पर चर्चा शुरू हो जाएगी. 10 मार्च तक के लिए विधान परिषद में सदन जारी रहेगा. सभापति कुंवर मानवेंद्र प्रताप सिंह की ओर से जानकारी दी गई है कि इस बार सदन में करीब नौ छुट्टियां हैं. जबकि प्रश्नकाल ना होने को लेकर सभी पार्टियों में सहमति बन चुकी है.

आरएसएस पृष्ठभूमि से आने वाले विद्यासागर सोनकर जौनपुर जिले के सुखीपुर के रहने वाले हैं. पढ़ाई के दौरान ही वह बीजेपी से जुड़ गए और बूथ अध्यक्ष बने. इसके बाद जौनपुर से सभासद और 1996 में सैदपुर संसदीय सीट से सांसद चुने गए. 200 में जिलाध्यक्ष बने. इसके अलावा अनुसूचित मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष, युवा मोर्चा की प्रदेश इकाई तथा काशी, गोरखपुर में भाजपा के पदाधिकारी भी रहे. सोनकर ने प्रदेश कार्य समिति में रहे.

यह भी पढ़ें : UP Legislative Council में स्वामी प्रसाद मौर्य बोले-दलितों पिछड़ों का आरक्षण लूट रही भाजपा, बाबा विश्वनाथ को कर्जदार बनाने का आरोप

ABOUT THE AUTHOR

...view details