लखनऊ. शिक्षक एमएलसी उमेश द्विवेदी बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए. इनके साथ ही माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के महासचिव अजय सिंह सहित शिक्षक संघ के कई पदाधिकारियों ने भी भाजपा का दामन थाम लिया. सभी को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सदस्यता दिलाई.
सूत्रों के अनुसार, उमेश द्विवेदी को भाजपा ज्वॉइन कराने और शिक्षक एमएलसी का टिकट दिलाने में बीजेपी प्रदेश नेतृत्व और डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. दूसरी ओर उमेश द्विवेदी की भाजपा में ज्वॉइनिंग से आरएसएस के लोग नाराज बताए जा रहे हैं. आरएसएस के सूत्रों की मानें तो उमेश द्विवेदी ने प्रधानाचार्य के पद पर रहते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर पर कब्जा किया था, जिसे बाद में एक ट्रस्ट को दे दिया गया था. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में स्कूलों के प्रबंधन का काम देखने वाले संगठन विद्या भारती के क्षेत्रीय मंत्री जेपी सिंह ने ईटीवी को फोन पर बताया कि उमेश द्विवेदी के ऊपर इस तरह के आरोप लगे हैं. इनको लेकर पूर्व में भी लगातार शिकायतें होती रही हैं.
आरएसएस के सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारकों ने बीजेपी के प्रदेश नेतृत्व से उमेश द्विवेदी को शिक्षक एमएलसी का चुनाव लड़ाए जाने व भारतीय जनता पार्टी में शामिल कराए जाने को लेकर विरोध किया था. उन्होंने नाराजगी भी जताई थी कि जो व्यक्ति अपने परिवार के विद्यालय पर कब्जा कर चुका है, जिसकी छवि ठीक नहीं है, ऐसे व्यक्ति को साथ में नहीं लेना चाहिए. इसके बावजूद उमेश द्विवेदी को भाजपा में शामिल किया गया.