लखनऊ: कोरोना से लड़ाई लड़ने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब अकेले नहीं हैं. उनका साथ देने के लिए उनके मंत्रियों ने हाथ बढ़ाया है. मंत्री भी अब सीएम योगी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कोरोना से फाइट करेंगे. उत्तर प्रदेश सरकार के करीब 12 मंत्रियों ने कोरोना से लड़ने के लिये अपने पूरे एक साल की विधायक निधि कोविड केयर फंड के लिए देने का एलान किया.
मंत्रियों ने विधायक निधि देने का किया एलान
उत्तर प्रदेश सरकार के कानून मंत्री बृजेश पाठक, गन्ना मंत्री सुरेश राणा, नंद गोपाल गुप्ता नंदी जैसे मंत्री शामिल हैं. इन सभी मंत्रियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अपनी निधि देने का एलान किया है. वहीं पार्टी के प्रदेश महासचिव और विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक ने 30 प्रतिशत वेतन और दो साल की पूरी विधायक निधि कोविड केयर फंड में देने की घोषणा की है.
कोरोना से फाइट में सीएम योगी अब अकेले नहीं, उनके मंत्रियों ने बढ़ाया हाथ
कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए यूपी के सीएम योगी अब अकेले नहीं हैं. उनके मंत्रियों ने अपना सहयोग देने की बात कही है. मंत्रियों ने एक साल की विधायक निधि कोविड केयर फंड में देने का एलान किया है.
क्या लिखा इस पत्र में
मंत्री सुरेश राणा ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि इस समय देश कोरोना वायरस महामारी से लड़ रहा है. आपके कुशल नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में इस महामारी से निपटने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में आपके द्वारा कोविड केयर फंड का गठन किया गया है. मैं वर्तमान परिस्थितियों का आंकलन करते हुए अपनी एक वर्ष की विधायक निधि कोविड केयर फंड में देना चाहता हूं.
कैबिनेट से पास करा सकती है सरकार
सरकार के सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कैबिनेट की बैठक कर सकते हैं. बैठक में विधायकों के वेतन से 30 प्रतिशत की कटौती किया जाना है. साथ ही दो साल की विधायक निधि की पूरी धनराशि कोविड केयर फंड में दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकती है. मंत्रियों द्वारा एक साल की विधायक निधि देने की घोषणा को आधार बनाकर सीएम योगी इस प्रस्ताव को कैबिनेट में रखेंगे इसीलिए घोषणा करने वाले मंत्रियों के पत्र मंगवाए गए हैं.