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विदेशों की तर्ज पर टैबलेट से पढ़ेंगे यूपी के नौनिहाल...

लखनऊ के विकासखंड सरोजनी नगर के आंगनबाड़ी केंद्र पर स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री स्वाति सिंह ने ECD (Early child development And learning) के तहत डिजिटल लर्निंग की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, अब 3 वर्ष की उम्र से ही नौनिहाल टैबलेट से पढ़ेंगे. साथ ही लखनऊ के तीन आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर इसकी शुरुआत भी की.

आंगनबाड़ी केंद्र में ECD की हुई शुरुआत.
आंगनबाड़ी केंद्र में ECD की हुई शुरुआत.

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Published : Aug 28, 2021, 3:51 PM IST

लखनऊः अब तीन वर्ष की उम्र में ही बच्चे टैबलेट से पढ़ना शुरू कर देंगे. इसके लिए शनिवार को लखनऊ के विकास खंड सरोजनीनगर के बिरूरा आंगनबाड़ी केन्द्र पर महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह ने डिजिटल लर्निंग (Digital Learning) का शुभारंभ किया. साथ ही लखनऊ और वाराणसी के तीन-तीन आंगनबाड़ी केन्द्रों को चेन्नई के हैसेलफ्रे फाउंडेशन ने गोद लेकर आरम्भिक शिशु देखभाल एवं डिजिटल लर्निंग (Early child development And learning) की शुरूआत की है. हैसलफ्रे के निदेशक डॉ. जनार्दन एवं राज्य निदेशक परियोजना राकेश श्रीवास्तव ने भी इस अवसर पर संस्था के कार्य और गोद लिए आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पढ़ाई के बारे में विस्तार से बताया.



इस अवसर पर स्वाति सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना है कि हर वर्ग के बच्चों को उच्चस्तरीय शिक्षा मिले. इसी सपने को साकार करने के लिए यह शुरूआत हुई है. अब बच्चे टैबलेट के माध्यम से अ, आ, ई पढ़ेंगे. इसके साथ ही संस्था बच्चों को ड्रेस भी मुहैया कराएगी. हर बच्चे की मॉनिटरिंग कम्यूटर से की जाएगी.

कार्यक्रम में मौजूद महिलाएं.

स्वाति सिंह ने आंगनबाड़ी केन्द्र में पहुंची एक-एक महिला से समय से पुष्टाहार वितरण, व्यवस्था आदि के बारे पूछा. इसके साथ ही उन्होंने कोरोना काल में सभी माताओं को खुद से सजग रहते हुए बच्चों को भी साफ-सफाई का ध्यान देने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है. इस कारण आप लोग अभी से मास्क पहनने और बच्चों को पहनाने की आदत के साथ ही साफ-सफाई की आदत बना लें.

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हैसलफ्रे के निदेशक डॉ. जनार्दन ने विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित किया. उन्होंने पूरे देश में बच्चों के लिए किए जा रहे कार्यों को विस्तार से बताया. इसके साथ ही इस कार्यक्रम में पहुंचने और इसकी अनुमति देने के लिए मंत्री स्वाति सिंह का आभार जताया. कार्यक्रम में मौजूद राज्य निदेशक परियोजना राकेश श्रीवास्तव ने गोद लिए गए आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों की देखभाल के तरीकों पर विस्तार से प्रकाश डाला.

एक कंप्यूटर व छह टैबलेट रहेंगे एक आंगनबाड़ी केन्द्र में

एक आंगनबाड़ी केन्द्र में एक कम्प्यूटर के साथ ही छह टैबलेट रहेंगे. एक मास्टर ट्रेनर भी हैसलफ्रे फाउंडेशन ने अपनी तरफ से रखा है, जो बच्चों के साथ ही टैबलेट चलाने की ट्रेनिंग आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी देगा. बच्चों को ड्रेस भी दिया गया है. इसके साथ ही उनके लिए बेंच भी रखी गई है, जिस पर ‘अ, आ’ लिखने के साथ ही आम और अमरूद के चित्र भी बनाए गए हैं.

जब बच्चे के छुते ही ‘अ, आ’ बोलने लगा टैबलेट

मंत्री स्वाति सिंह ने एक बच्चे को बुलाकर उसकी अंगुली पकड़कर जैसे ही टैबलेट पर टच कराया. वह ‘अ, आ’ बोलने लगा. इसके साथ ही उस पर चित्र भी दिखने लगा. यह देखकर बच्चा खिलखिला उठा. मंत्री ने बच्चे से पूछा, “यह अच्छा लग रहा है.’ बच्चे ने मुस्कराते हुए कहा, ‘हां’. यह सुनकर वहां उपस्थित सभी लोग गदगद हो गए.

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