लखनऊ: देश की सर्वोच्च अदालत से अयोध्या विवाद पर फैसला कुछ दिनों में आने की उम्मीद है. इस फैसले से पहले जहां देश ही नहीं दुनिया भर की नजरें सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकीं हैं. फैसले से इतर आपसी सौहार्द और अमन शांति बनाए रखने की कोशिशें भी तेज होती दिखाई दे रही है. योगी सरकार के राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने बुधवार को लखनऊ शहर के कई मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की.
योगी सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने बुधवार को शहर के प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की, जिसमें शिया समुदाय के वरिष्ठ धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद, मौलाना हमीदुल हसन से उनके आवास पर जाकर भेंट की.
मोहसिन रजा मौलानाओं से मुलाकात की. राज्यमंत्री ने सुन्नी धर्मगुरु और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली के साथ मौलाना सलमान नदवी और दरगाह शाहमीना शाह के सज्जादानशीन मौलाना राशीद अली मीनाई से भी मुलाकात कर आपसी भाईचारे की अपील करने की बात कही.
इस दौरान मोहसिन रजा ने कहा कि सरकार आवाम की होती है और आवाम ही सरकार बनाती है तो सरकार की जिम्मेदारी को मैं निभा रहा हूं. मंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि मैं अमन-शांति की अपील इसलिए करवा रहा हूं, क्योकिं हम 22 करोड़ लोगों के लिए उत्तर प्रदेश में सरकार चलाते हैं और हमारे लिए सब बराबर हैं. मंत्री ने कहा कि हम आज उलमाओं से इसलिए मिल रहे हैं कि जो हमारे देश का अमन और भाईचारा है वो फैसले के बाद भी कायम रहे.
वहीं इस दौरान इस्लामिक स्कॉलर और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पूर्व मेम्बर मौलाना सलमान नदवी ने कहा कि किसी भी मुल्क की सबसे बड़ी जरूरत उसका अमन होता है और मेरा मिशन है कि हमारे इस मुल्क में अमन शांति कायम रहे. सभी धर्मों के बीच भाईचारा बना रहे. मौलना सलमान नदवी ने कहा कि कोई भी मसला हो उसको आपस में मिलकर हल करना चाहिए. चाहे हिन्दू हो या मुसलमान सबकों एक परिवार की तरह रहना चाहिए, क्योंकि ऊपर वाला एक है.
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