लखनऊ :यूपी सरकार युवाओं में कौशल विकास को बढ़ावा देकर समृद्ध भारत की कल्पना को साकार करने में जुटी है. औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण देकर उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में हुनरमंद बनाया जा रहा है. आईटीआई में कार्यरत अनुदेशक एवं कार्यदेशक युवाओं को आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण इस तरह से दें कि वह उस तकनीक में विशेषज्ञ बनकर रोजगार देने वाले बन सकें.
आधुनिक तकनीक में दक्ष बनेंगे युवा :ये बातें प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कही. वह प्रादेशिक प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र आईटीआई परिसर अलीगंज में अनुदेशकों एवं कार्यदेशकों के लिए प्रशिक्षण के शुभारंभ के अवसर पर संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि टाटा टेक्नोलॉजी लिमिटेड से एमओयू हुआ है. इससे प्रदेश के 150 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ा जा रहा है. इन आईटीआई में पढ़ने वाले युवाओं को आधुनिक तकनीक में दक्ष बनाने के लिए यह प्रशिक्षण शिविर आयोजित हो रहा है. इस अवसर पर मिशन निदेशक रमेश रंजन, निदेशक प्राविधिक डीके सिंह, अपर निदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन मनपाल सिंह शहीद विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे.
अनुदेशक वह कार्यदेशक समझें जिम्मेदारी :मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि आज युवाओं को रोजगार पाने वाला नहीं बल्कि रोजगार देने वाला बनाया जा रहा है. इसके लिए युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए तकनीकी क्षेत्र से जुड़ी बड़ी कंपनियों को लाने का काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि युवाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ने में आईटीआई की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसलिए अनुदेशक व कार्यदेशक अपने दायित्व का जिम्मेदारी से निर्वहन करें. उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की लापरवाही या काम में शीतलता मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आईटीआई में रोजगारपरक ट्रेड में हुनरमंद बनने के साथ ही रोजगार मेले का आयोजन कर युवाओं को रोजगार से जोड़ा जाए.