लखनऊ: लाॅकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से पलायन कर आए प्रवासी श्रमिकों ने प्रदेश सरकार से रोजगार देने की गुहार लगाई है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहनलाल विकास खंड के तहत आने वाले बरवलिया गांव में 25 से अधिक मजदूर लाॅकडाउन में पलायन कर आए है. मौजूदा समय में रोजगार नहीं मिलने के कारण ये श्रमिक परेशान है.
रोजगार नहीं मिलने के कारण बरवलिया गांव पलायन कर आए मजदूर परेशान. पलायन कर आए मजदूरों को सरकार ने उनके गांव में रोजगार देने का वादा किया था. इस वादे की हकीकत जानने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम बरवलिया गांव में पहुंची तो सच्चाई सामने आई. ईटीवी भारत से प्रवासी श्रमिकों ने कहा कि प्रदेश सरकार ने रोजगार देने का वादा तो किया था लेकिन अभी तक रोजगार नहीं मिला है. ऐसे में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं.
मजदूरों ने कहा पता नहीं कब मिलेगा रोजगार
पुणे से पलायन कर आए श्रमिक वीरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि अभी तक कोई रोजगार नहीं मिला है. वहीं पुणे से पलायन कर आए मोहम्मद इरफान ने कहा कि सरकार ने रोजगार देने का वादा तो जरूर किया था लेकिन अभी तक रोजगार नहीं मिला. परिवार का भरण-पोषण करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मजदूरों ने बताया कि जब इस संबंध में ग्राम प्रधान से बात की गई, तो उन्होंने जल्द रोजगार देने का आश्वासन दिया है.
तीन हजार प्रवासी श्रमिकों को किया गया चिन्हित
मोहनलालगंज की एसडीएम पल्लवी मिश्रा ने बताया कि करीब तीन हजार प्रवासी मजदूरों को चिन्हित किया है, जिन्हें काम दिया जाएगा. साथ ही गांव में तालाब व अन्य स्थानों को भी चिन्हित किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के तहत रोजगार मिलेगा. वहीं जो स्किल्ड मजदूर हैं. उन्हें भी रोजगार देने के लिए श्रम विभाग से बातचीत की जा रही है.