लखनऊ: उत्तर प्रदेश अब निवेश का नया स्थल बन गया है. कई विदेशी कंपनियां अब यूपी का रुख कर रही हैं. सूचना प्रौद्योगिकी एवं सॉफ्टवेयर की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट अब ग्रेटर नोएडा में अपना कैंपस खोलना चाहती है. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने सोमवार को इसके बारे में ट्वीट कर जानकारी दी थी.
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए कहा, 'ये यूपी सरकार और यूएस वर्चुअल रोड शो का नतीजा है. माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने यूपी सरकार के साथ ग्रेटर नोएडा में अपना कैंपस खोलने की इच्छा जाहिर की है. इस मामले पर चर्चा भी हुई है. मैं माइक्रोसॉफ्ट को भरोसा दिलाता हूं कि हम रेड कार्पेट से स्वागत करेंगे.'
4,000 लोगों को मिलेगा रोजगार
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया उत्तर प्रदेश में अपना कैंपस खोलने जा रही है. इस निवेश से राज्य में हो रहे प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा. इसके तहत 4,000 लोगों को राज्य में रोजगार मिलेगा.
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रबंध निदेशक राजीव कुमार और यूपी एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ये समझौता हुआ है. जल्द ही माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के अधिकारियों की टीम साइट का निरीक्षण करने के लिए उत्तर प्रदेश आएगी.
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दी जानकारी
यूपी एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के अनुसार कहा गया कि सरकार ने पहले ही कहा था कि वे निवेशक जो राज्य में बने एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ एक किलोमीटर के दायरे में आने वाली जमीन पर निवेश करने को तैयार हैं या इच्छुक हैं उनके लिए चीजें आसान की जाएंगी. साथ ही मंत्री ने बताया कि कंपनी अपना उत्तरी कैंपस ग्रेटर नोएडा शिफ्ट करना चाहती है. अब अगला कदम ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे के आस-पास आने वाली साइट्स का निरीक्षण करना है. साइट निरीक्षण के कार्य के बाद माइक्रोसॉफ्ट के प्रस्ताव का राज्य सरकार परीक्षण करेगी.
हैदराबाद और बेंगलुरु में पहले से हैं कैंपस
फिलहाल, माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के दो मुख्य कैंपस हैं. इनमें से एक हैदराबाद और दूसरा बेंगलुरु में हैं. हैदराबाद कैंपस में 5,000 लोगों के काम करने की क्षमता है तो वहीं बेंगलुरु कैंपस में 2,000 लोगों के काम करने की क्षमता है.
इस बीच, उत्तर प्रदेश में जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पार्क विकसित करने की भी योजना है.