लखनऊः एकेटीयू के बनाये गये 'मेरी आंगनबाड़ी' ऐप को आज आंगनबाड़ी सशक्तिकरण कार्यक्रम के दौरान प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लांच किया. 'मेरी आंगनबाड़ी' ऐप की क्या विशेषताएं हैं, और कैसे ये काम करता है. इसे लेकर ईटीवी भारत ने ऐप को बनाने वाले डेवलपर से खास बातचीत की.
जानिए क्या है 'मेरी आंगनबाड़ी' ऐप और ये कैसे करता है काम
एकेटीयू के बनाये गये 'मेरी आंगनबाड़ी' ऐप को आज आंगनबाड़ी सशक्तिकरण कार्यक्रम के दौरान गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने लांच किया. 'मेरी आंगनबाड़ी' ऐप की क्या विशेषतायें हैं, और कैसे ये काम करता है. इसे लेकर ईवीटी भारत ने ऐप के डेवलपर से बातचीत की.
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल प्रदेशभर के आंगनबाड़ी केंद्रों को सशक्त बनाने के लिए आंगनबाड़ी सशक्तिकरण कार्यक्रम चला रही हैं. जिसके तहत राजधानी लखनऊ के 55 आंगनबाड़ी केंद्रों को सामग्री बांटे गये. वहीं राजधानी के मोहनलालगंज विकासखंड के तहत आने वाले ग्राम शेरपुर लवल पहुंची आनंदीबेन पटेल ने 'मेरी आंगनबाड़ी' ऐप को भी लांच किया.
'मेरी आंगनबाड़ी' ऐप को एकेटीयू के डेवलपर देवव्रत उपाध्याय ने बनाया है. इस ऐप की क्या विशेषताएं हैं और ये किस तरह से काम करता है. इसे लेकर डेवलपर देवव्रत उपाध्याय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया कि अभी तक एकेटीयू के करीब दो लाख बच्चों को इस ऐप से जोड़ा गया है. जिन्हें उनके जन्मदिन से 1 सप्ताह पूर्व ही इस ऐप के जरिए एकेटीयू का मेल जाएगा, छात्र को गये मेल में जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ-साथ उनके आसपास के आंगनबाड़ी केंद्रों की जिओलोकेशन भी भेजी जाएगी. जिससे वो अपना जन्मदिन आंगनबाड़ी में पढ़ रहे बच्चों के साथ मना सकें.
इतना ही नहीं आंगनबाड़ी में बच्चों के साथ जन्मदिन मनाने के दौरान ली गई तस्वीरों को भी एकेटीयू की वेबसाइट और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड भी किया जाएगा. जिससे समाज में एक बेहतर संदेश जाए. आंगनबाड़ी को सशक्त बनाने के लिए सामाजिक एकजुटता के लिए लोगों को प्रेरित किया जा सके. वहीं लॉन्चिंग के दौरान एकेटीयू के 5 बच्चे जिनका जन्मदिन था. वो ग्राम शेरपुर लवल के आंगनबाड़ी केंद्र में पहुंचे और उन्होंने बच्चों को उपहार भी दिया.
इस ऐप के जरिये अभी तक फिलहाल दो लाख बच्चे जुड़ चुके हैं. इनके जन्मदिन की जानकारी उन्हें मेल से दी जाएगी. इसके साथ ही साथ जिओलोकेशन भी आंगनबाड़ी केंद्रों को मुहैया कराई जाएगी. विश्वविद्यालय तकनीकी संस्थानों के छात्र-छात्राएं अपने जन्मदिन को आंगनबाड़ी के बच्चों के साथ मना सके और उन बच्चों को उपहार बांट सकें. इससे उन बच्चों में भी आगे बढ़ने के लिये प्रोत्साहन मिलेगा.