लखनऊ: उत्तर प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले 4 सालों से बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का अभियान चला रहे हैं. इस साल प्रदेश में 30 करोड़ पौधारोपण किया जाएगा जो अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड होगा. ईटीवी भारत से बात करते हुए प्रदेश सरकार के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया कि इस बार कोरोना से मृत हुए लोगों की स्मृति में पूरे प्रदेश में पौधे लगाए जाएंगे. इन पौधों पर उनके नाम पट्टिका भी होगी. इसे स्मृति वन कहा जाएगा. प्रदेश के हर जनपद में कोरोना स्मृति वाटिका का निर्माण होगा.
दारा सिंह चौहान ने कहा सरकार का लक्ष्य है कि अगले 10 सालों में जब ये पौधे बड़े हों तो प्रदेश की आबादी के 12 करोड़ लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा सकें. पिछले साल भी प्रदेश में 25 करोड़ पौधरोपण किया गया था. जिसमें पौधों की 240 प्रजातियां शामिल थीं. जिसे ग्रीन बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज किया गया था.
कोरोना से मृत प्रदेशवासियों की याद में बनेगा स्मृति वन
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने खूब कोहराम मचाया. अप्रैल माह में कोरोना का संक्रमण सबसे तेज था, जिसके कारण शहर से लेकर गांव तक सबसे ज्यादा मौतें हुई. अब तक प्रदेश में कोरोना से 22,000 मौतें हो चुकी हैं. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस से मृतक हुए लोगों के लिए एक बड़ा कदम उठाया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में कैबिनेट वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया अब प्रदेश के सभी जनपदों में स्मृति वन स्थापित किए जाएंगे. सरकार का प्रयास है कि सभी जनपदों में कोरोना वायरस से मृतक हुए लोगों के नाम पर इस बार पौधे लगाए जाएंगे. इन पौधों पर मृतक का नाम दर्ज होगा और इस वन को स्मृति वन नाम दिया जाएगा. इससे जहां प्रदेश को हरा भरा होगा. वहीं दूसरी तरफ मृतक के परिजनों का सम्मान भी बढ़ेगा.
यूपी औषधि वाटिका स्थापित करने वाला होगा पहला प्रदेश
कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी और प्रतिरोधक क्षमता की कमी के चलते 21,000 से ज्यादा लोगों की मौतें हुई हैं. इसके अलावा जो लोग कोरोना से ठीक हुए हैं वे किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हैं. ऐसे में सरकार ने आयुर्वेदिक औषधियों के महत्व को समझा है. अब सरकार इन औषधियों को बढ़ाने पर भी काम कर रही है .प्रदेश सरकार के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने बताया की प्रदेश में देश की पहली औषधि वाटिका स्थापित की जाएगी. इस औषधि वाटिका में सभी तरह के औषधियों का रोपण किया जाएगा. इस वाटिका से न केवल लोगों को निरोगी रखने में मदद मिलेगी बल्कि वातावरण भी सही रहेगा.