लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड के सर्वांगीण विकास और बुंदेलखंड की समस्याएं दूर करने को लेकर 14 समितियां बनाई हैं. बुंदेलखंड विकास बोर्ड के सदस्य पवनपुत्र बादल ने ईटीवी भारत से बातचीत में बुंदेलखंड के विकास के साथ आगे बढ़ने और उसकी समस्याएं दूर किए जाने को लेकर चर्चा की.
बुंदेलखंड विकास बोर्ड के सदस्य पवनपुत्र बादल ने की सरकार की तारीफ. विकास के साथ कदमताल करेगा बुंदेलखंड
उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड का पिछड़ापन भी अब दूर होगा और बुंदेलखंड विकास के साथ कदमताल करेगा. बुंदेलखंड के विकास को लेकर योगी सरकार के द्वारा अब सार्थक पहल शुरू हुई है.
दूर होंगी अब बुंदेलखंड की समस्याएं
पवनपुत्र बादल ने कहा कि बुंदेलखंड विकास बोर्ड का गठन करके हम निचले स्तर तक काम कर सकेंगे. प्रत्येक ग्राम सभा और मजरे तक विकास को पहुंचाने में आसानी होगी. यह बहुत ही हर्ष की बात है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 समितियों का निर्माण किया है, जिससे अब बुंदेलखंड के सभी क्षेत्र जुड़ेंगे. वहां की समस्याएं और उन समस्याओं के निदान को लेकर चर्चा होगी. जो प्रस्ताव बनाए जाएंगे, उन पर आगे काम किया जाएगा. इससे बुंदेलखंड के प्रत्येक क्षेत्र की समस्याएं न सिर्फ दूर होंगी, बल्कि बुंदेलखंड विकास और खुशहाली के साथ आगे कदमताल कर सकेगा.
रोजगार के उपलब्ध होंगे साधन
उन्होंने कहा कि जो बुंदेलखंड अभी तक पिछड़ेपन से जूझता रहा है, वह अब विकास के साथ आगे बढ़ेगा. बुंदेलखंड के सभी क्षेत्रों में विकास होगा और रोजगार के साधन भी उपलब्ध होंगे. बुंदेलखंड के पिछड़ेपन को लेकर जो पहले चर्चा होती रही है, अब वह बुंदेलखंड के विकास को लेकर भी गुणगान करेगा.
विकास के लिए पवनपुत्र बादल ने दिए प्रस्ताव
बुंदेलखंड की समस्याओं को लेकर पवनपुत्र बादल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जो प्रस्ताव भेजे हैं, उनमें तमाम प्रमुख समस्याएं शामिल हैं, जिनमें बुंदेलखंड के सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए शराब बंदी करने, अन्ना गोवंश छुट्टा पशु पालने पर किसानों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि, टूरिस्ट गाइड का प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने, पर्यटन के अन्य केंद्र तैयार करने, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व राजस्थान बॉर्डर पर ड्राई पोर्ट की स्थापना के साथ बुंदेलखंडी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए केंद्र स्थापित किए जाने सहित तमाम अन्य प्रमुख सुझाव शामिल हैx.
बनाई गई समितियां तैयार करेंगी कार्ययोजना
इसके अलावा बुंदेलखंड विकास बोर्ड की तरफ से जो प्रस्ताव सरकार को भेजे जा रहे हैं, उनमें बुंदेलखंड के लिए कृषि उपज और लाभकारी मूल्य घोषित करना, जल प्रबंधन, सड़क मरम्मत व निर्माण कार्य बेहतर ढंग से किया जाना, प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, बिजली, पर्यटन, कौशल विकास, उद्योग, पशुपालन, मत्स्य पालन, नगर विकास, ग्रामीण विकास और खेलकूद सेक्टर में चिन्हित समस्याओं की कार्य योजना तैयार करने की जिम्मेदारी बनाई गई समितियों को दी गई है.
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झांसी कमिश्नर देंगे कार्य योजना को अंतिम रूप
स्थानीय स्तर पर कमिश्नर झांसी इन समितियों की कार्य योजना और प्रस्तावों को अंतिम रूप देंगे और फिर इसके बाद पूरी रिपोर्ट कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी जाएगी.