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दृष्टिबाधितों के लिए इमामबाड़े में 'मीत वेलफेयर फाउंडेशन' बनाएगा ब्रेल कॉरिडोर, ये है प्लान !

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Published : Jan 5, 2022, 5:29 PM IST

Updated : Jan 5, 2022, 8:13 PM IST

लखनऊ स्थित इमामबाड़े में दृष्टिबाधितों के लिए बनेगा ब्रेल कॉरिडोर. मीत वेलफेयर फाउंडेशन अपने खर्चे पर दृष्टिबाधितों के लिए बनाएगा ब्रेल कॉरिडोर. मीत वेलफेयर फाउंडेशन लखनऊ जू में भी बना चुका है ब्रेल कॉरिडोर.

विश्व ब्रेल दिवस
विश्व ब्रेल दिवस

लखनऊ : राजधानी के इमामबाड़े में लखनऊ जू की तर्ज पर दृष्टिबाधित लोगों के लिए ब्रेल लिपि में लाइब्रेरी और कॉरिडोर बनाया जा रहा है. जल्द ही दृष्टिबाधित लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे. दृष्टिबाधित लोग इमामबाड़े की नक्काशी और इतिहास को भले ही न देख पाएं, लेकिन वह इसे महसूस कर सकेंगे. इमामबाड़े में ब्रेल कॉरिडोर बनाने का काम शुरू हो गया है, इसके लिए सभी दस्तावेज तैयार हो गए हैं. ब्रेल कॉरिडोर बनाने के लिए स्थान का भी चयन किया जा चुका है. इसके अलावा चारबाग रेलवे स्टेशन पर भी ब्रेल लाइब्रेरी और कॉरिडोर बनाए जाने का काम चल रहा है.

बता दें कि लखनऊ जू में दृष्टिबाधित लोगों के लिए ब्रेल लिपि में स्पर्श लाइब्रेरी बनाई गई है. इस लाइब्रेरी में अक्षरों को छूकर दृष्टिबाधित लोग चिड़ियाघर के बारे में जान पाते हैं. लखनऊ चौक निवासी समाजसेवी रोहित कुमार मीत इमामबाड़े में ब्रेल कॉरिडोर बनाने जा रहे हैं. समाजसेवी रोहित कुमार मीत ने कई बड़े संस्थानों में अपने खर्च पर दृष्टिबाधितों के लिए ब्रेल लिपि में लिखे सूचना पट और ब्रेल म्यूजियम का निर्माण कराया है.

दृष्टिबाधितों के लिए इमामबाड़े में 'मीत वेलफेयर फाउंडेशन' बनाएगा ब्रेल कॉरिडोर

समाजसेवी रोहित कुमार मीत ने बताया कि उन्होंने लखनऊ जू में ब्रेल कॉरिडोर विकसित किया है. जू में बने कॉरिडोर में ब्रेल लिपि की स्पर्श तकनीक से वन्यजीवों के बारे में जानकारी ली जा सकती है. इसी तर्ज पर इमामबाड़े में ब्रेल कॉरिडोर बनाया जा रहा है. रोहित कुमार मीत ने बताया कि वह 'मीत वेलफेयर फाउंडेशन' के माध्यम से ब्रेल कॉरिडोर विकसित करने की कार्य योजना पर काम कर रहे हैं.

राजधानी के दृष्टिबाधित लोगों को मिलेगा जल्द ब्रेल म्यूजियम व इमामबाड़े में ब्रेल कॉरिडोर

समाजसेवी रोहित ने बताया कि उन्हों कई स्थानों पर अपने खर्चे से ब्रेल लिपि कॉरिडोर बनवाया है. उन्होंने दृष्टिबाधित लोगों के लिए ब्रेल लिपि में मेट्रो कार्ड भी बनाया है. ताकि दृष्टिबाधित लोगों को मेट्रो कार्ड को पहचानने में सहुलियत हो सके. रोहित बताते हैं कि दृष्टिबाधित लोगों के लिए सामाजिक कार्य करने में खुशी मिलती है. उन्होंने बताया कि बताया कि वह अब तक गुलजार, जावेद अख्तर, मुनव्वर राणा, राहत इंदौरी समेत कई शायरों की किताबों को ब्रेल लिपि में कंवर्ट कर चुके हैं. अब तक वह ब्रेल मेट्रो कार्ड, ब्रेल लाइब्रेरी, ऑडियो नोट्स और चिड़ियाघर में बेल कॉरिडोर की स्थापना करवा चुके हैं.

राजधानी के दृष्टिबाधित लोगों को मिलेगा जल्द ब्रेल म्यूजियम व इमामबाड़े में ब्रेल कॉरिडोर

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Last Updated : Jan 5, 2022, 8:13 PM IST

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