लखनऊ : स्वास्थ विभाग में अफसरों की लापरवाही का एक और मामला उजागर हुआ है. एक ओर सरकारी अस्पतालों में दवाएं न होने से मरीज महंगी दवाएं खरीदने को मजबूर हैं तो वहीं दूसरी ओर सरकारी वेयर हाउस में रखी करोड़ों की दवाएं एक्सपायर हो जा रहीं हैं. इन्हें सरकारी अस्पतालों को भेजा ही नहीं जा रहा है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने यह लापरवाही पकड़ी है.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक शुक्रवार दोपहर डेढ़ बजे के करीब लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित वेयर हाउस पहुंचे. यहां पर यूपी मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन दवाएं खरीदकर स्टोर करता है. इसके बाद वेयरहाउस से दवाएं प्रदेश भर के सराकरी अस्पतालों को भेजी जाती हैं. कॉरपोरेशन के अफसर साल भर धड़ाधड़ महंगी दवाएं, इंजेक्शन, पीपीई किट व सर्जिकल सामान खरीदते रहे मगर इन्हें अस्पतालों को नहीं भेजा गया. इसके चलते कई अस्पतालों में दवाओं का संकट बना रहा. वेयरहाउस में रखी दवाएं एक्सपायर होती रहीं. शुक्रवार को डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के निरीक्षण में यह खुलासा हुआ कि यहां रखीं 16 करोड़, 40 लाख, 33 हजार, 33 रुपये की दवाएं एक्सपायर हो गईं.