लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को राजधानी स्थित अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग से बच्चों के लिए दवा किट से भरे वाहनों को विभिन्न जिलों के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.यह दवा किट सरकार की तरफ से 18 वर्ष तक के उन बच्चों के लिए तैयार की गई हैं, जिनमें कोरोना के लक्षण हों. सरकार की तरफ से बच्चों के लिए यह निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही है. इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इस महीने 50 लाख दवा किट बांटी जाएंगी.
कोरोना से तीसरी लड़ाई के लिए हो रही तैयारी
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित करते हुए कहा, मार्च से मई तक देश ने कोरोना के प्रकोप को झेला है. हमें देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में कोविड की दूसरी लहर को भी रोकने में सफलता मिली है. कोविड से जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. अब हम तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. लखनऊ में आज केवल 19 केस आये हैं. 45 जिलों में सिंगल डिजिट में पॉजिटिव केस हैं. अगले दो से तीन दिन के अंदर कोरोना से कई जिले मुक्त हो जाएंगे.
विपक्ष को भी घेरा
सीएम ने इस दौरान विपक्ष के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि यूपी के बारे में आशंकाएं व्यक्त की जा रही थी कि यूपी में हर दिन एक लाख केस आएंगे. मई के अंत तक 30 लाख एक्टिव केस हो जाएंगे. उस प्रदेश में आज करीब 300 केस आये हैं.
यूपी का मॉडल पूरे देश और दुनिया के सामने
सीएम ने कहा यूपी का मॉडल पूरे देश और दुनिया के सामने है. कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए चार चरणों में तैयारी की गई है. मंच से सीएम ने जनता से वैक्सीन लगवाने की अपील की. उन्होंने कहा कि अगर कोरोना का कोई भी लक्षण दिखता है तो तत्काल डॉक्टर की सलाह पर दवा लें. अगर हम इसका पालन करेंगे तो कोरोना को परास्त करने में सफल होंगे. इस मौके पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि भविष्य की योजनाओं को लेकर हम तैयारी कर रहे हैं. बड़ा प्रदेश होने के बावजूद भी हमने कोरोना को रोकने में सफलता हासिल की.
वित्त मंत्री विपक्ष पर उठाये सवाल
वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना से एक लाख से ज्यादा मौतें हुईं हैं. दिल्ली की स्थिति को भी लोगों ने देखा है. यूपी में 12 से ज्यादा जिलों में एक भी केस नहीं हैं. यूपी में सीएम योगी के नेतृत्व में कोविड काल में सारी व्यवस्थाएं की गईं. यूपी में तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है. टीकाकरण कोरोना से बचाव के लिए सबसे अच्छा एवं सशक्त माध्यम है, लेकिन कुछ लोगों ने टीके को लेकर जनता के बीच भ्रम भी फैलाया.