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ब्रजेश पाठक ने कहा-संजय गांधी अस्पताल में लापरवाही के कारण हुई थी विवाहिता मौत, इसलिए निरस्त किया गया लाइसेंस - उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक

अमेठी के संजय गांधी अस्पताल में विवाहिता की मृत्यु के बाद अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है. इस मामले में उप मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के हमले का जवाब दिया है. डिप्टी सीएम ने कहा है कि लापरवाही के चलते अस्पताल में लापरवाही के चलते युवा विवाहिता की मृत्यु हुई. इसलिए यह कार्रवाई की गई है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 21, 2023, 4:06 PM IST

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक. देखें खबर

लखनऊ : कांग्रेस ट्रस्ट द्वारा संचालित अमेठी के संजय गांधी अस्पताल में विवाहिता की मृत्यु के बाद अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है. इस मुद्दे पर कांग्रेस हमलावर है. अमेठी राहुल गांधी और कांग्रेस से जोड़ते हुए इस पूरे मामले पर कांग्रेस राजनीति कर रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने शिकायत की है कि अस्पताल का निरस्त होना पूरी तरह से गलत है. जिसको लेकर ब्रजेश पाठक ने अपना यह जवाब सोशल मीडिया के माध्यम से दिया है. सोशल मीडिया में पाठक के जारी एक वीडियो में कहा गया है कि लापरवाही के चलते अमेठी में एक युवा विवाहिता की मृत्यु हुई है. इसलिए यह कार्रवाई की गई है.

संजय गांधी अस्पताल अमेठी पर कार्रवाई.


उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि अमेठी की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. एक युवा बेटी की मृत्यु हो गई है. हम अस्पतालों की व्यवस्था को नियमित कर रहे हैं. पूरे प्रदेश में जहां भी लापरवाही होगी या कुछ भी नियम विरुद्ध होगा ऐसे अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. संजय गांधी अस्पताल में भी कार्रवाई की गई है. इसके खिलाफ की गई कार्रवाई पूरी तरह न्यायोचित है क्योंकि लापरवाही जबरदस्त हुई है. पूरे प्रदेश में ऐसी कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

संजय गांधी अस्पताल अमेठी पर कार्रवाई.

खतरे में चार सौ से ज्यादा कर्मचारियों की नौकरी :अमेठी के मुंशीगंज में संजय गांधी ट्रस्ट द्वारा संजय गांधी अस्पताल चलाया जा रहा था. अस्पताल परिसर में ही नर्सिंग और पैरामेडिकल का कॉलेज भी चलता है, जिसमें करीब एक हजार छात्र छात्राएं पढ़ते हैं और संजय गांधी अस्पताल में ही उनकी ट्रेनिंग होती है. इस अस्पताल में डॉक्टरों, स्टाफ और सिक्योरिटी गार्ड समेत चार सौ से अधिक कर्मचारी तैनात हैं. अगर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन पूरी तरह से समाप्त हो जाता है तो इन लोगों की नौकरी चली जायेगी. साथ ही अस्प्ताल में पढ़ने वाले पैरामेडिकल और नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को दूसरी जगह जाकर ट्रेनिंग लेनी पड़ेगी.

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