लखनऊः जहां एक तरफ दिवाली पर पर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने चपरासी से लेकर अधिकारियों तक प्रोत्साहन भत्ता देने का ऐलान कर दिया है, वहीं इस दिवाली पर भी कार्यशाला में काम करने वाले बाह्यश्रोत कर्मियों को किसी भी तरह का प्रोत्साहन नहीं दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की वर्कशॉप में तैनात बाह्यस्रोत कर्मियों को सिर्फ वेतन मिलेगा, प्रोत्साहन भत्ता नहीं. इसके पीछे अधिकारी वजह बताते हैं कि कार्यशाला में तैनात दैनिक वेतनभोगी मैकेनिकों को बसों के अलग-अलग कलपुर्जों की मरम्मत के हिसाब से वेतन दिया जा रहा है.
दिवाली पर मैकेनिकों को नहीं मिलेगा प्रोत्साहन भत्ता - मैकेनिकों को दिवाली प्रोत्साहन की आस
यूपी में दिवाली को लेकर उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने चपरासी से लेकर अधिकारियों तक प्रोत्साहन भत्ता देने का ऐलान कर दिया है लेकिन बाह्यश्रोतों में काम करने वाले मैकेनिकों के लिए कुछ नहीं जिसे लेकर मैकेनिकों में नाराजगी है.
मिलता है वेतन पर प्रोत्साहन नहीं
परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक (संचालन) पीआर बेलवारियार बताते हैं कि दिवाली के दौरान ड्यूटी करने वाले संविदा व रेगुलर कर्मियों को प्रोत्साहन भत्ता दिया जाएगा. बाहरी स्रोत कर्मियों को दिवाली के दौरान किसी प्रकार का भत्ता देने की कोई योजना नहीं है. वर्कशाप में तैनात मैकेनिकों को काम के अनुभव के हिसाब से पांच, सात व नौ हजार रुपये हर महीने वेतन दिया जा रहा है. ऐसी स्थिति में दिवाली के दौरान खराब होने वाली बसों की मरम्मत का जिम्मा इन्हीं कर्मियों के कंधों पर होगा. अब सवाल यह भी है कि जब इन्हीं बाह्यस्रोत कर्मियों के हाथों में बसों को दुरुस्त कर संचालन की जिम्मेदारी है तो उन्हें भला प्रोत्साहन क्यों नहीं दिया जा रहा है.
वेतन पर ही रहना होगा निर्भर
बाह्यस्रोत कर्मियों को प्रोत्साहन भत्ता नहीं मिलने से अब उनकी दिवाली अन्य रोडवेज कर्मियों की तरह नहीं मन पाएगी. उन्हें इसके लिए अपने वेतन पर ही निर्भर रहना पड़ेगा.