लखनऊ : हजारों निवेशकों के करोड़ों रुपये गबन करने के आरोप में लखनऊ जेल में बंद शाइन सिटी ग्रुप ऑफ कंपनी के डायरेक्टर आसिफ नसीम के खिलाफ जेलर ने जालसाजी का केस दर्ज कराया है. आरोप है कि आसिफ ने जेलर के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर जमीन का विक्रय करने के लिए अपने करीबी श्याम लाल को अधिकृत कर दिया था. जिसके आधार पर रजिस्ट्री ऑफिस में वह जमीन का बैनामा कर रहा था.
जेल में बंद शाइन सिटी का MD करवा रहा था जमीनों की रजिस्ट्री, जानिए क्यों दर्ज हुई FIR
हजारों निवेशकों के करोड़ों रुपये गबन करने के आरोप में लखनऊ जेल में बंद शाइन सिटी ग्रुप ऑफ कंपनी के डायरेक्टर आसिफ नसीम के खिलाफ जेलर ने जालसाजी का केस दर्ज कराया है. आरोप है कि आसिफ ने जेलर के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर जमीन का विक्रय करने के लिए अपने करीबी श्याम लाल को अधिकृत कर दिया था. जिसके आधार पर रजिस्ट्री ऑफिस में वह जमीन का बैनामा कर रहा था.
लखनऊ जेल के जेलर राजेन्द्र सिंह (Jailor of Lucknow Jail Rajendra Singh) के मुताबिक 20 अक्टूबर को आर्थिक अपराध शाखा (EOW), लखनऊ मुख्यालय ने शाइन सिटी ग्रुप ऑफ कंपनी के खिलाफ जांच के दौरान उन्हें तलब किया था. ईओडब्ल्यू के अधिकारियों (EOW Officers) ने उन्हें बताया कि शाइन सिटी के डायरेक्टर आसिफ नसीम ने एक प्रस्ताव तैयार किया था. जिसमें आसिफ के हस्ताक्षर भी थे. यही नहीं आसिफ के हस्ताक्षर को उनके द्वारा प्रमाणित भी किया गया था. जिसमें जेलर के साइन व मुहर थी. जेलर ने बताया कि जब उन दस्तावेजों को उन्होंने देखा तो उसमें उनके फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे.
गोसाईगंज इंस्पेक्टर दीपक कुमार पांडेय (Gosaiganj Inspector Deepak Kumar Pandey) ने बताया कि लखनऊ जेलर राजेन्द्र सिंह की तहरीर पर जेल में बंद शाइन सिटी के डायरेक्टर आसिफ नसीम के खिलाफ जालसाजी समेत कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. बता दें, शाइन सिटी के सीएमडी राशिद नसीम का भाई व कंपनी में एमडी आसिफ नसीम को लखनऊ कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने नवंबर 2021 को प्रयागराज से गिरफ्तार किया था. उस पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था. उसके खिलाफ लखनऊ में 374 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. जिनमें से गोमतीनगर में दर्ज 82 मुकदमों में सीबीआई कोर्ट कुर्की का आदेश जारी कर चुकी है. वहीं कंपनी के सीएमडी राशिद नसीम को दुबई से लाने के लिए लखनऊ पुलिस प्रयासरत है.
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