लखनऊः महापौर संयुक्ता भाटिया ने उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यह नेकी की दीवार गरीबों और जरूरत मंदों की मदद हेतु नगर निगम द्वारा प्रारंभ की गई है. जिसका उद्देश्य है कि जो आपके पास अधिक है, यहां छोड़ जाइए. जिन गरीब जरूरतमंदों को जरूरत है, यहां से नि:शुल्क ले जाए. हमारे पास कई ऐसी वस्तुएं होती है जो हमारे किसी काम की नहीं होती पर वही वस्तु किसी गरीब जरूरतमंद के बहुत काम आ सकती है. इसीलिए इस नेकी की दीवार के माध्यम से कई सारी जरूरत की वस्तुएं, जरूरतमंदो तक पहुंचा सकते हैं.
जरूरत न हो तो करें दान, जरूरत है तो ले जाएं निःशुल्क
महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि मैं पार्षदों से अपील करती हूं कि आपने वार्ड में किसी स्थान पर इस दीवार को जरूर बनाएं. साथ ही लखनऊ वासियों से अपील करती हूं कि अगर आपके घर में पुराने पहनने, ओढ़ने, बिछाने के साफ कपड़े, किताबें, खिलौना, बर्तन, क्रॉकरी, फर्नीचर आदि जो भी है, जिसका आप प्रयोग नहीं कर रहे हैं और वह नगर के जरूरतमंदों के काम आ जाए. तो आप उक्त सामान को ‘नेकी की दीवार’ में दे दीजिए. महापौर ने बताया कि इस नेकी की दीवार को हम भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को समर्पित कर रहे है. यहां से जरूरतमंद और गरीब आकर खुद इन्हें निशुल्क ले जाएंगे.
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों को मिलेगी मदद
नेकी की दीवार कार्यक्रम के तहत यहां जरूरतमंद आकर अपनी जरूरत के हिसाब से कोई भी चीज निःशुल्क ले जा सकता हैं. नेकी की यह दीवार उन लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन व्यतीत कर रहे हैं. अपने स्वाभिमान के कारण किसी के सामने हाथ नहीं फैलाते. जरूरतमंद लोग यहां आकर अपनी जरूरत के हिसाब से चीजें ले सकते हैं.