लखनऊ:कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के धरने का आज चौथा दिन है. किसान दिल्ली की सीमा पर 26 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान दिल्ली-हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर पर डटे हैं. वहीं 27 नवंबर को यूपी में भी किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मेरठ, मुजफ्फरनगर और मथुरा समेत यूपी के कई जिलों में लोगों ने हाइवे जाम कर दिया. वहीं अब बसपा प्रमुख मायावती ने आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में आ गई हैं.
कृषि कानून: मायावती ने किसानों के प्रदर्शन का किया समर्थन - बसपा
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार चौथे दिन जारी है. बसपा प्रमुख मायावती कृषि बिल का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में आ गई हैं. इस मुद्दे पर कांग्रेस पहले से ही केंद्र सरकार पर हमलावर दिख रही है.
यूपी की पूर्व सीएम और बसपा प्रमुख मायावती ने प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में ट्वीट किया है. उन्होंने कहा है कि "केन्द्र सरकार द्वारा कृषि से सम्बन्धित हाल में लागू किए गए तीन कानूनों को लेकर अपनी असहमति जताते हुए पूरे देश में किसान काफी आक्रोशित और आन्दोलित भी हैं. इसके मद्देनजर, किसानों की आम सहमति के बिना बनाए गए, इन कानूनों पर केन्द्र सरकार अगर पुनर्विचार कर ले तो बेहतर."
केंद्र की ओर से बनाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार चौथे दिन जारी है. दिल्ली में किसानों के आक्रोश के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं. इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार शाम किसानों से प्रदर्शन खत्म करने की अपील की. इसी बीच किसानों ने फैसला किया है कि वह गृहमंत्री शाह की अपील के मद्देनजर सीमा पर बैठक करेंगे. हालांकि, किसान विरोध-प्रदर्शन भी जारी रखेंगे. यह भी तय किया गया है कि रणनीति पर चर्चा करने के लिए किसान रोजाना सुबह 11 बजे मिलेंगे.