लखनऊ :बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने जातीय समीकरण के आधार पर पार्टी कार्यकर्ताओं की नयी टीम का गठन किया है. यह टीम पीड़ितों को न्याय दिलाने के साथ आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भी प्रदेश में पार्टी के पक्ष में माहौल बनाएगी.
लखनऊ: मायावती की नयी टीम में दिखा जातीय समीकरण
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कोरोना के दौरान राज्य में होने वाली घटनाओं को देखते हुए, जातीय समीकरण के आधार पर नयी टीम का गठन किया है. यह टीम पीड़ितों को न्याय दिलाने के साथ आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भी प्रदेश में पार्टी के पक्ष में माहौल बनाएगी.
इस नयी टीम के गठन पर मायावती ने कहा कि पार्टी की तरफ से सभी समाज के लोगों को जिम्मेदारी दी जा रही है. ताकि वे सहजता से उनकी बात समझ कर कार्य कर सकें. दलित समाज के पूर्व विधायक गया चरण दिनकर (बांदा), पिछड़ा समाज के लिए लालजी वर्मा को जिम्मेदारी दी गयी है. लालजी वर्मा अंबेडकर नगर से विधायक हैं और विधानसभा में पार्टी के नेता हैं. वहीं मुस्लिम समाज से लखनऊ मंडल समेत पश्चिमी यूपी के चारों मंडलों में समसुद्दीन रायिनी मोर्चा संभालेंगे. प्रदेश के बाकी 13 मंडलों में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली को जिम्मेदारी दी गई है. ब्राह्मण समाज व अन्य सवर्ण समाज की जिम्मेदारी राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को सौंपी गई है.
मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की यह टीम उत्तर प्रदेश में होने वाली विभिन्न घटनाओं में सक्रियता दिखाएगी. कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए ही पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की गतिविधियां होंगी. बसपा प्रमुख का स्पष्ट निर्देश है कि पार्टी के अधिकृत नेता घटनास्थल पर कोई धरना प्रदर्शन नहीं करेंगे. नियमों का कोई उल्लंघन नहीं करेंगे. पीड़ित परिवार से मिलकर उनसे तथ्यों की जानकारी हासिल करेंगे. साथ ही संबंधित अधिकारियों से मुलाकात कर पीड़ितों को न्याय देने की सिफारिश करेंगे.
दरअसल, बसपा अध्यक्ष ने इसी बहाने आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी हैं. बसपा चाहती है कि इसी बहाने प्रदेश की जनता को पार्टी की मौजूदगी का अहसास हो. साथ ही पार्टी का खोया हुआ जनाधार वापस पाया जा सके.