लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कानपुर रोड स्थित सिटी मांटेसरी स्कूल में शनिवार को 24वें अंतरराष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन का उद्घाटन किया गया. सीएमएस कानपुर रोड ब्रांच के ऑडिटोरियम में मॉरीशस के उप राष्ट्रपति मैरी सिरिल एडी बोइसेजोन ने कहा कि शांति स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए हर स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है. बदलाव तभी आ सकता है, जब हम सब साथ खड़े हों.
अंतरराष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन में आए अतिथि. उन्होंने कहा कि सीएमएस की पहल पर मुख्य न्यायाधीशों व न्यायाधीशों ने भावी पीढ़ी की भलाई का जो बीड़ा उठाया है, वह स्वागत योग्य है. सभी देशों में इस प्रकार के आयोजन होने चाहिए. सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में विभिन्न देशों से पधारे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व अन्य राजनीतिक हस्तियों समेत कई प्रख्यात न्यायमूर्तियों ने अपने विचार व्यक्त किए.
ट्यूनीशिया के नोबेल पुरस्कार विजेता अब्देस्सतार बेन मूसा ने कहा कि आज विश्व में ऐसे लोगों एवं संस्थाओं की जरूरत है जो सबका भला सोचें. हमें जाति, रंग या भाषा से परे हटकर मानवाधिकार, न्याय, स्वतंत्रता, समानता पर जोर देना चाहिए. मूसा ने विश्व एकता व विश्व शान्ति की स्थापना के लिए कई सुझाव भी दिए. घाना संसद के अध्यक्ष अल्बान सुमना किंग्सफोर्ड बैगबिन ने कहा कि कोई देश या महाद्वीप वैश्विक समस्याओं से अकेले नहीं जूझ सकता है, हम सबको मिलकर इनसे लड़ना होगा. यूएन चार्टर में बदलाव लाने की आवश्यकता है. धरती हमारे पुरखों से नहीं बल्कि अपने बच्चों से उधार में मिली है.
अंतरराष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन में विदेश से आए अतिथियों का बच्चों ने स्वागत किया. अमेरिका से आए डॉ. जोशुआ लिंकन ने कहा कि हमें वर्तमान की समस्याओं से परे भविश्य के बारे में सोचना होगा. इस अवसर पर क्रोएशिया के पूर्व राष्ट्रपति स्टीपन मेसिक ने कहा कि यूएन को सिर्फ युद्ध के समय ही नहीं अपितु सामान्य परिस्थितियों में भी सदैव एकता व शान्ति स्थापना के लिए प्रयासरत रहना चाहिए. इस अवसर पर बुरण्डी के नेशनल असेंबली के अध्यक्ष गेलेज डेनियल नडाबीराबे समेत कई न्यायविदों व कानूनविदों ने विचार रखे.
अंतरराष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन में आए अतिथि. सीएमएस के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि सीएमएस के छात्रों ने विशाल विश्व एकता मार्च निकालकर विश्व के ढाई अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य का अलख जगाया. 61 देशों से पधारे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद अध्यक्ष व कई अन्य गणमान्य हस्तियों समेत विभिन्न देशों के मुख्य न्यायाधीशों व न्यायाधीशों ने ‘विश्व एकता मार्च’ की अगवाई कर भावी पीढ़ी के लिए सरक्षित व सुखद भविष्य की आवाज बुलंद की.
अंतरराष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन में सीएमएस के बच्चों ने विश्व एकता मार्च भी निकाला. यह विश्व एकता मार्च कानपुर रोड स्थित पुरानी चुंगी से सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम तक निकाला गया. शर्मा ने बताया कि दिनभर की चर्चा-परिचर्चा के बाद सभी न्यायाधीश व कानूनविद ने शाम को नवीन हाईकोर्ट परिसर का अवलोकन किया एवं इसकी वास्तुकला की भूरि-भूरि प्रशंसा की. इसके उपरान्त विभिन्न देशों से पधारे न्यायविद सीएमएस राजाजीपुरम कैम्पस में आयोजित सांस्कृतिक संध्या एवं रात्रिभोज में शामिल हुए.
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