लखनऊ :राजधानी लखनऊ के कानपुर रोड स्थित सिटी मोन्टेसरी स्कूल में ‘24वां अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन’ आयोजित किया जाएगा. इसमें प्रतिभाग के लिए 61 देशों से पधारे 250 से अधिक मुख्य न्यायाधीशों व अन्य प्रख्यात हस्तियों का ‘स्वागत समारोह’ शुक्रवार को शाम सीएमएस कानपुर रोड परिसर में सम्पन्न हुआ. मुख्य अतिथि मैरी सिरिल एडी बोइसेज़ोन, उप-राष्ट्रपति, मॉरीशस एवं विशिष्ट अतिथि सुषमा खरकवाल, महापौर, लखनऊ ने दीप प्रज्वलित कर ‘स्वागत समारोह’ का उद्घाटन किया. इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्य अतिथि बोइसेज़ोन ने कहा कि 'सिटी मोन्टेसरी स्कूल ने बच्चों के अधिकारों को लेकर जो आवाज बुलंद की है, वह प्रशंसनीय है. भावी पीढ़ी के हित में सभी देशों को मिलजुलकर कार्य करना चाहिए. इस अवसर पर सीएमएस छात्रों ने गणमान्य अतिथियों के सम्मान में शिक्षात्मक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों प्रदर्शित कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया.'
स्वागत समारोह की विशिष्ट अतिथि एवं लखनऊ की मेयर सुषमा खरकवाल ने कहा कि 'बच्चे हमारा भविष्य हैं और उनका हित हमारे लिए सर्वोपरि होना चाहिए. इस अवसर पर सुषमा खरकवाल ने मोजाम्बिक के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एडेलिनो मैनुअल मुचांगा को ‘लखनऊ शहर की चाबी’ भेंटकर सम्मानित किया, जबकि लेसोथो के पूर्व प्रधानमंत्री डा. पकालिथा बी. मोसिसिली को ‘महात्मा गांधी अवार्ड फॉर वर्ल्ड यूनिटी’ से सम्मानित किया गया. सीएमएम संस्थापक व अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन के संयोजक डा. जगदीश गांधी ने सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत-अभिनंदन किया. सीएमएस प्रेसीडेंट प्रो. गीता गांधी किंगडन ने भी न्यायविदों व कानूनविदों का स्वागत किया.
इस अवसर पर आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व अन्य प्रख्यात हस्तियों ने विश्व के दो अरब बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए सीएमएस की इस ऐतिहासिक पहल की भरपूर सराहना की. प्रेस कांफ्रेंस में इस्वातिनी के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति मूसा कथबर्ट भेकी मफलाला, बोत्सवाना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति टेरेंस रन्नोवेन, साउथ सूडान के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति चान रीक मदुत, मॉरीशस की मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीबी रेहाना मुंगली-गुलबुल व कई अन्य न्यायविदों व कानूनविदों ने अपने विचार व्यक्त किये.