लखनऊः बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के आर्टिकल-30 को लेकर किए गए Tweet के बाद से एक नई बहस छिड़ती नजर आ रही है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने Tweet कर कहा है कि देश में संवैधानिक समानता के अधिकार को अर्टिकल-30 सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है. Tweet में कैलाश विजयवर्गीय आर्टिकल-30 को हटाने की मांग कर रहे हैं. इसको लेकर शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.
कैलाश विजयवर्गीय के Tweet पर बोले मौलाना- पब्लिक को न उलझाएं
यूपी की राजधानी लखनऊ में भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के आर्टिकल-30 पर किए गए Tweet पर मौलाना ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास का कहना है कि संविधान ने जो अधिकार दिए हैं, वही देश को सेकुलर बनाए हुए हैं. इन सब चीजों पर बहस कर पब्लिक को न उलझाएं.
शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास.
शिया धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि संविधान ने जो अधिकार दिए हैं. वही देश को सेकुलर बनाए हुए हैं और आज अगर कोई आर्टिकल-30 को खत्म करने की बात कर रहा है तो इसका मतलब है कि हमारे हक को कुचलने और अधिकार छीनने की बात कर रहा है. कैलाश विजयवर्गीय के Tweet को आड़े हाथों लेते हुए मौलाना ने कहा मैं इसका विरोध करता हूं और कोरोना काल में इस तरह की बात छेड़ाना बेहतर नहीं है. हमारा टारगेट कोरोना से लड़ना है. इन सब चीजों में पब्लिक को न उलझाया जाए.