लखनऊःमछुआरा समाज के उत्थान के लिए मत्स्य विभाग ने एक बड़ा मास्टर प्लान तैयार किया है. 100 दिन के कामकाज के लिए तैयार किए गए एजेंडे के अनुसार तमाम बड़े काम किए जाएंगे. इसके अंतर्गत प्रदेश में नए पोखर का निर्माण कराकर मछली पालन को बढ़ावा दिया जाएगा. साथ ही रिवर रैंचिंग योजना के माध्यम से मछुआरा समाज के लिए एक बड़ी क्रांति लाने की कोशिश की जा रही है. यह बातें मत्स्य विभाग के मंत्री डॉ. संजय निषाद ने ETV BHARAT से खास बातचीत की.
नदियों में छोड़ी जाएंगी 5 लाख मछलियांःयोगी सरकार के 100 दिन के कामकाज के एजेंडे को लेकर ETV BHARAT से खास बातचीत करते हुए मत्स्य मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा कि मत्स्य पालन के क्षेत्र में बेहतर काम करने की योजना बनाई गई है. उत्तर प्रदेश में जो बाहर से मछलियां आती हैं, उनकी गुणवत्ता में कमी होती है. ऐसे में हमारी कोशिश है कि प्रदेश में आधुनिकीकरण करते हुए मत्स्य पालन को बढ़ावा दिया जाए. जिससे उत्तर प्रदेश दूसरे प्रदेश में मछलियों की आपूर्ति कर सके. इससे इस पेशे से जुड़े लोग हैं उनका भी आर्थिक विकास और उत्थान हो सकेगा. संजय निषाद ने कहा कि हाईटेक टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए मत्स्य पालन से जुड़े लोगों के लिए काम करना है. उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा. सबसे पहले रिवर रैंचिंग योजना शुरू की गई है. इसके अंतर्गत 9 सेंटीमीटर 5 लाख मछली नदियों में डालने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि छोटी मछलियों की मृत्यु दर अधिक है, ऐसे में उन्हें नर्सरी में रखकर उन्हें बढ़ाएंगे. जिससे मृत्यु दर कम हो जाएगी और उत्पादकता दर बढ़ जाएगी.