लखनऊः जिले के सरोजनी नगर क्षेत्र स्थित कृष्णा लोक कॉलोनी में रहने वाली शहीद विवेक सक्सेना का परिवार 17 सालों से सम्मान राशि पाने को पाने से वंचित है. साथ ही सरकार द्वारा उनके शहीद बेटे के लिए किए गए वादों को पूरा अभी तक पूरा नहीं किया किया है. नाराज शहीद की मां सरकार द्वारा दिए गए शौर्य मेडल को वापस करने का फैसला लिया है. शहीद की मां का कहना है कि जब सरकार द्वारा घोषित सम्मान राशि ही हमें नहीं मिल रही है तो इस मेडल का हम क्या करेंगे. यह मेडल जब तक हमारे घर में रहेगा. हमें अपने बेटे की याद आती रहेगी और जो सरकार ने उनके साथ नाइंसाफी की है. इसके लिए भी मन दुखी रहेगा. इसी को देखते हुए उन्होंने सरकार द्वारा दिए गए मैडम को वापस करने का फैसला लिया है.
शहीद विवेक सक्सेना की मां ने बताया कि उनका बेटा मणिपुर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए 2003 में शहीद हो गया था. जिसके बाद प्रदेश की मायावती सरकार ने शहीद बेटे के लिए 10 लाख रुपये व जमीन देने का वादा किया था. 17 साल बीत जाने के बावजूद अभी तक शासन और प्रशासन की तरफ से कोई भी मदद नहीं मिली है. जिससे सरकार द्वारा दिए गए शौर्य चक्र व पुलिस मेडल बेमानी साबित होते दिख रहे हैं.
शहीद की मां सावित्री ने बताया कि विवेक सक्सेना केंद्रीय विद्यालय से पढ़ाई में उत्तीर्ण होकर सेना को लेकर अपना मुख्य लक्ष्य बनाया. क्योंकि शहीद विवेक सक्सेना के पिता राम स्वरूप सक्सेना एयरफोर्स में फ्लाइट लेफ्टिनेंट पद पर रहकर देश के लिए 1965 और 1971 की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी. उसके बाद विवेक सक्सेना ने अपनी पढ़ाई पूरी करके सेना का दामन थामा.